Move to Jagran APP

दिलशाद कॉलोनी वार्ड में लगाई गई हैं 600 एलईडी लाइटें : इंदिरा झा

समय आवाजाही करने पर लोगों को किसी प्राकर की समस्या से राहत मिल सके। साथ ही उन्होंने बताया कि पॉकेट में लगी लाइटे काफी पुरानी हो गई है। पुरानी लाइट होने के कारण आएदिन लाइटे खराब हो जाया करती थी। लोगों की शिकायत पर लाइटों को ठीक करवा दिया करती थी लेकिन कुछ समय बाद लाइटे फिर से खराब हो जाती थी। इस समस्या को जोन की मि¨टग में रखा, तब जाकर वार्ड में निगम द्वारा नई एलईडी लाइटे लगवाई जा रही है। उन्होंने दौरे के दौरान जे और के पॉकेट की गलियों का जायजा लिया।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 29 Jun 2018 09:05 PM (IST)
Hero Image
दिलशाद कॉलोनी वार्ड में लगाई गई हैं 600 एलईडी लाइटें : इंदिरा झा

कटआउट

फोटो संख्या- 29 ईएनडी 608 व 609 समाधान

- रोज बदली जा रही हैं 150 से 200 एलईडी लाइटें

- कॉलोनी के जे और के पॉकेट के निवासियों की दूर हुई समस्या जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : दिलशाद कॉलोनी में लंबे समय से अंधेरे से परेशान जे और के पॉकेट के निवासियों की समस्या अब दूर हो गई है। अंधेरे की वजह से यहां आए दिन आपराधिक वारदात भी होती रहती थीं। यह बातें वार्ड के दौरा के क्रम में पार्षद इंदिरा झा ने कहीं। इस दौरान उन्होंने वार्डवासियों की समस्याएं भी सुनीं और मौके पर मौजूद निगम कर्मचारियों को हल करने को कहा।

पार्षद ने कहा कि वह आपने वार्ड को स्वच्छ और शिक्षित बनाना चाहती हैं। वार्ड में लंबे समय से चल रही अंधेरे की परेशानी दूर करने के लिए अभियान चलाया जाएगा ताकि वार्ड में रात के समय आवाजाही करने पर लोगों को कोई समस्या न हो। साथ ही उन्होंने बताया कि पॉकेट में लगी लाइटें काफी पुरानी हो गई हैं। पुरानी होने के कारण आए दिन लाइटें खराब हो जाया करती थीं। शिकायत पर लाइटें ठीक कराई जाती थीं लेकिन वे फिर खराब हो जाती थीं। इस समस्या को उन्होंने जोन की मी¨टग में रखा, तब जाकर वार्ड में निगम द्वारा नई एलईडी लाइटें लगवाई जा रही हैं।

इंदिरा झा ने दौरे के दौरान जे और के पॉकेट की गलियों का जायजा लिया। साथ ही बताया कि अब तक 600 लाइटें लगाई गई हैं। रोज लगभग 150 से 200 एलईडी लाइटें बदली जा रही हैं। अब जल्दी ही वार्ड में अधेरे की समस्या दूर हो जाएगी और लोग आराम से रात के समय सड़क पर आवाजाही कर सकेंगे।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।