एक महीने बाद भी वही सवाल, क्या अंशुमान पुरी जिंदा हैं? गहराया लाश का रहस्य
दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि अंशुमान की तलाश के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। 50 गोताखोरों की टीम लगाई जा चुकी है।
नई दिल्ली (लोकेश चौहान)। डीएनडी फ्लाई-वे पर एक माह पहले कार की टक्कर से यमुना में गिरे हर्ले डेविडसन सवार युवक का पुलिस अब तक पता नहीं लगा पाई है। पुलिस के पास न तो उसके जिंदा होने की कोई जानकारी है, न ही उसका शव बरामद हुआ है।
डीएनडी फ्लाई-वे पर 27 मई की अलसुबह हर्ले डेविडसन सवार अंशुमान पुरी को टोयेटा इटियोस कार ने टक्कर मार दी थी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि अंशुमान करीब 10 फीट ऊपर उछलकर यमुना में जा गिरे थे। अंशुमान के पिता बिहार के पूर्व सांसद सूर्य प्रकाश और मां की मृत्यु हो चुकी है। वह अकेले सरिता विहार स्थित एक फ्लैट में रहते थे। बाइक को टक्कर मारने वाले कार चालक प्रवेश को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
कार गोयला डेयरी के कुतुब विहार निवासी भप्पा सिंह के नाम पर पंजीकृत है। वह कनाडा में रहते हैं। उन्होंने यह कार दामाद प्रवेश को दे रखी थी। दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि अंशुमान की तलाश के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। 50 गोताखोरों की टीम लगाई जा चुकी है।
दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरटी (डीडीएमए) की टीम भी लगातार 20 दिनों तक उनकी तलाश कर चुकी है। अंशुमान की तलाश के लिए नोएडा पुलिस से भी संपर्क किया जा चुका है। अंशुमान पुरी जिंदा हैं या उनकी मौत हो चुकी है, कुछ भी स्पष्ट रूप से कहना संभव नहीं है।