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बुराड़ी कांड: घर की दीवार पर क्यों लगे हैं 11 पाइप? कहीं यह काला जादू तो नहीं

घर की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें जिस घर में 11 लोगों के शव मिले हैं उसकी बाहरी दीवार पर 11 पाइप भी लगेे हुए हैं।

By JP YadavEdited By: Updated: Tue, 03 Jul 2018 07:41 AM (IST)
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बुराड़ी कांड: घर की दीवार पर क्यों लगे हैं 11 पाइप? कहीं यह काला जादू तो नहीं
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली के बुराड़ी इलाके में भाटिया परिवार के 11 लोगों की मौत में पिछले दो दिन के दौरान लगातार सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। इन 11 मौतों के पीछे अध्यात्म, पूजा पाठ और तंत्र-मंत्र से जुड़ा एक और खुलासा हुआ है। इस बाबत एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें जिस घर में 11 लोगों के शव मिले हैं उसकी बाहरी दीवार पर 11 पाइप भी लगेे हुए हैं। ये पाइपें किसी रहस्य की तरह हैं, क्योंकि इन 11 पाइपों में से 4 बड़ी हैं, ये सीधी हैं, जबकि 7 अन्य पाइप का मुंह नीचे की ओर झुका है। इतना ही नहीं, इनमें से एक पाइप का मुंह नीचे की ओर झुका हुआ है वह पाइप सबसे दूर है।

इस परिवार के 11 लोगों की मौत को लेकर बताया जा रहा है कि यह दीवार के बगल से एक खाली प्लाट की तरफ है और शक है इन पाइप के पीछे भी कोई तंत्र मंत्र या फिर कोई अऩ्य तार जरूर जुड़ा है।

वहीं, माना जा रहा है कि मोक्ष की प्राप्ति के लिए परिवार के सभी सदस्यों ने सामूहिक रूप से फांसी लगा जान दे दी। हालांकि पुलिस की जांच अभी जारी है। इस बीच मृतक के घर की दीवार पर लगाए गए 11 प्लास्टिक के पाइप ने रहस्य और गहरे कर दिए हैं। लोगों का मानना है कि तंत्र विद्या के तहत इसे लगाया गया होगा।

घटना के दूसरे दिन सोमवार को लोग घर पर गए तो उन्होंने बाहर की दीवार पर प्लास्टिक के 11 पाइप लगे हुए देखे। चार पाइप बिल्कुल सीधे हैं जबकि 7 पाइपों का मुंह जमीन की ओर हैं। इससे परिवार के तंत्र विद्या और काले जादू से जुड़े होने की बात को हवा मिल रही है। इसे मरने वाले लोगों की संख्या से जोड़ देखा जाने लगा। पुलिस इसकी जांच में जुट गई है।

दरअसल परिवार में दो लड़कों सहित कुल चार पुरुषों की जबकि सात महिलाओं की मौत हुई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक इसका कोई न कोई संबंध जरूर परिवार की मौत से है। हालांकि परिजनों का कहना है कि हवा आने-जाने के लिए इन पाइपों को घर में लगाया गया है।

नारायण देवी के छोटे बेटे ललित भाटी ने पाइप को लगवाया था। अब सवाल यह उठता है कि परिवार ने जब यह पाइप करीब एक वर्ष पहले लगवा लिए थे, तो क्या वे इतने दिन से मोक्ष के लिए आत्महत्या की तैयारी कर रहे थे। पुलिस यह देख रही है कि क्या इसका जिक्र घर से बरामद डायरी अथवा रजिस्टर में तो नहीं है।

 वहीं, सभी 11 मृतकों की आंखें उनके रिश्तेदारों के कहने पर दान की गई हैं। परिवार के 11 सदस्यों के शव में से अब तक 6 लोगों के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आ गई है, जिसमें उनकी मौत का कारण फांसी आया है। किसी के भी शव पर चोट के और कोई निशान नहीं हैं। 

यहां पर बता दें कि दिल्ली में अब तक की सबसे बड़ी सनसनीखेज घटना में बुराड़ी स्थित एक घर में रविवार सुबह एक ही परिवार के 11 लोग संदिग्ध हालात में मृत पाए गए थे। मृतकों में सात महिलाएं व चार पुरुष हैं, जिनमें दो नाबालिग हैं। एक महिला का शव रोशनदान से तो नौ लोगों के शव छत से लगी लोहे की ग्रिल से चुन्नी व साड़ियों से लटके मिले। एक बुजुर्ग महिला का शव जमीन पर पड़ा मिला। नौ के हाथ-पैर व मुंह बंधे हुए थे और आंखों पर रुई रखकर पट्टी बांधी गई थी। बुराड़ी पुलिस ने परिजनों की आशंका पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। देर रात मेडिकल बोर्ड की निगरानी में चार शवों का पोस्टमार्टम हो चुका था। पुलिस के अनुसार, डॉक्टर प्रथम दृष्टया मौत का कारण आत्महत्या मान रहे हैं।

बुराड़ी-संत नगर मेन रोड से सटे संत नगर की गली नंबर दो में बुजुर्ग महिला नारायण का मकान है। इसमें वह दो बेटों भुवनेश व ललित, उनकी पत्नियों, पोते-पोतियों व विधवा बेटी संग रहती थीं। ये लोग मूलरूप से राजस्थान के निवासी थे और 22 साल पहले यहां आकर बसे थे।

बुजुर्ग महिला के तीसरे बेटे दिनेश सिविल कांटेक्टर हैं और राजस्थान के चित्ताैड़गढ़ में रहते हैं। बुजुर्ग महिला के दोनों बेटों की भूतल पर एक परचून व दूसरी प्लाईवुड की दुकान है। ऊपर पहली व दूसरी मंजिल पर परिवार रहता था। रोज सुबह ललित घर के सामने रहने वाले दिल्ली पुलिस से सेवानिवृत्त तारा प्रसाद शर्मा के साथ मार्निग वॉक पर जाते थे। उससे पहले शर्मा ललित की दुकान से दूध लेते थे। रविवार सुबह दुकान नहीं खुली तो शर्मा दरवाजा खटखटाने गए, पर दरवाजा खुला था तो वह ऊपर चले गए।

ऊपर का दरवाजा भी खुला था। आगे जाने पर उनकी रूह कांप गई। बरामदे वाले हिस्से में दस लोगों के शव लटके थे, जबकि एक महिला का शव कमरे में पड़ा था। उन्होंने पड़ोसियों के अलावा पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त कानून व व्यवस्था उत्तरी संदीप गोयल, संयुक्त आयुक्त राजेश खुराना समेत कई जिलों के डीसीपी, एडिशनल डीसीपी समेत 22 इंस्पेक्टर व आठ एसीपी पहुंच गए। जिला पुलिस समेत क्राइम ब्रांच की 12 टीमें जांच कर रही हैं।

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