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परिजनों व पड़ोसियों के गले नहीं उतर रही खुदकशी की थ्योरी

- घटना के तरीके को लेकर उठ रहे कई सवाल - घटना को बड़ी साजिश बताते हुए हत्या क

By JagranEdited By: Updated: Mon, 02 Jul 2018 08:53 PM (IST)
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परिजनों व पड़ोसियों के गले नहीं उतर रही खुदकशी की थ्योरी

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

पुलिस की जांच से लेकर पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भले ही 11 लोगों की मौत खुदकशी से होना बता रही हो, लेकिन परिजनों और पड़ोसियों के जेहन में ऐसे कई सवाल हैं, जिनका उन्हें जवाब नहीं मिल रहा है। लोग एक दूसरे से सवाल कर रहे हैं कि आखिर ऐसा कैसे संभव है कि चंद मिनट पहले तक सामान्य दिखने वाले भाटी परिवार ने अचानक खुदकशी करने का सामूहिक निर्णय ले लिया।

इस घटना से स्तब्ध ललित की बहन सुजाता कहती हैं कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। उन्होंने साफ कहा कि उनके परिवार का कोई भी सदस्य किसी बाबा के संपर्क में नहीं था और न ही मोक्ष की प्राप्ति के लिए उन्होंने ऐसा कुछ किया है। उन्होंने पूरी घटना को हत्या करार दिया और मामले की गंभीरता से जांच की बात कही। ललित के एक अन्य रिश्तेदार तिलक राज कटारिया ने कहा कि उन्हें पुलिस की थ्योरी पर बिल्कुल यकीन नहीं है कि सभी ने खुदकशी की है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति बाबा के चक्कर में अपने बच्चों समेत सभी लोगों की हत्या नहीं कर सकता। घटना के पीछे बड़ी साजिश है और पुलिस को मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए।

एक बुजुर्ग महिला शांति देवी कहती हैं कि शनिवार की रात करीब पौने ग्यारह बजे तक वह ललित की दुकान पर ही थीं। ललित के बेटे से उन्होंने बात भी की थी। जब उन्होंने यह पूछा कि पढ़ाई कैसी चल रही है तो उसने कहा कि अच्छी चल रही है और अब तो सोमवार से स्कूल खुल जाएगा। घर के पास स्थित मंदिर के पुजारी जगदीश शर्मा ने बताया कि ललित का भाई भुवनेश रोजाना दुकान खोलने से पहले मंदिर में जल चढ़ाने आता था। पूरा परिवार ही सज्जन प्रवृत्ति का था। उन्होंने कहा कि जहां तक वह परिवार के सदस्यों को जानते हैं कोई भी इस तरह से खुदकशी नहीं कर सकता।

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