Move to Jagran APP

टेनिस में सेरेना की तरह रिकार्ड बनाना चाहती हैं रितिका ग्रेवाल

हमारे देश की राजधानी में प्रतिभाओं की कमी नहीं है और खेल प्रतिभा तो हर तरफ फैली हुई है। इनमें से एक है रितिका ग्रेवाल जो सिर्फ 17 वर्ष की आयु में टेनिस के खेल में अपनी एक जगह बना चुकी हैं। आज के दौर में लड़कियों को अपने सपनों और प्रतिभा को बनाए रखने की आजादी मिलने लगी है रास्ते आसान बन गए हैं। रितिका का मानना है कि मंजिलें मुश्किल जरूर हो सकती हैं लेकिन नामुमकीन नहीं और आज हालात काफी बदल चुके हैं क्योंकि आज के दौर में लड़कियां वह सबकुछ कर सकती हैं जो लड़के करते हैं। परिवार का सहयोग मिले तो समाज के हर वर्ग में छिपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाया जा सकता है। उन प्रतिभाओं को एक अवसर की तलाश है और जिन्हें यह मिल जाता है वह उसे साबित करने में पीछे नहीं रहतीं।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 03 Jul 2018 10:57 PM (IST)
Hero Image
टेनिस में सेरेना की तरह रिकार्ड बनाना चाहती हैं रितिका ग्रेवाल

शिप्रा सुमन, बाहरी दिल्ली

राजधानी में प्रतिभाओं की कमी नहीं है और खेल प्रतिभा तो हर तरफ फैली हुई है। इनमें से एक है रितिका ग्रेवाल जो सिर्फ 17 वर्ष की आयु में टेनिस के खेल में अपनी एक जगह बना चुकी हैं। आज के दौर में लड़कियों को अपने सपनों और प्रतिभा को बनाए रखने की आजादी मिलने लगी तो रास्ते आसान बन गए हैं। रितिका का मानना है कि मंजिल मुश्किल जरूर हो सकती है, लेकिन नामुमकिन नहीं। आज हालात काफी बदल चुके हैं, क्योंकि आज के दौर में लड़कियां वह सब कुछ कर सकती हैं जो लड़के करते हैं। परिवार का सहयोग मिले तो समाज के हर वर्ग में छिपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाया जा सकता है। उन प्रतिभाओं को एक अवसर की तलाश है और जिन्हें यह मिल जाता है वह उसे साबित करने में पीछे नहीं रहतीं।

महिला टेनिस के नंबर-1 रैं¨कग प्राप्त करने वाली और विश्व चैंपियनशिप की विभिन्न प्रतियोगिताओं में दर्जनों रिकार्ड बनाने वाली अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सेरेना विलियम्स को रितिका अपना आदर्श मानती हैं और उन्हीं की भांति रिकार्ड कायम करने का सपना देखती हैं। इसके अलावा उन्हें रोजर फेडरर और भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा भी पसंद हैं।

छठी कक्षा से ही है टेनिस से जुड़ाव

12वीं की छात्रा रितिका ने छठी क्लास से ही टेनिस खेलना शुरू कर दिया था। उन्होंने बताया कि उनके पिता सुनील ग्रेवाल शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षक हैं। वे एक सफल एथलीट बनना चाहते थे, लेकिन कुछ कारणों से ऐसा नहीं हो पाया। अब वे चाहते हैं कि उनकी बेटी एथलीट में नाम कमाए। पिता की सलाह से रितिका ने टेनिस को चुना और इस खेल में वह आगे बढ़ती चली गईं। अंडर-18 की आइटा रैं¨कग में रितिका को 33वां रैंक हासिल है और महिला वर्ग में 53वां। उन्होंने अब तक तीन राष्ट्रीय और दो आइआइएफ, (इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन) के तहत खेला है। इस वर्ष हरियाणा के करनाल में हुए अंडर-18 आइटा चैंपियन सीरीज का खिताब हासिल किया। हाल ही में वे गुरुग्राम में आयोजित आइटा वूमन ऑल इंडिया रैं¨कग में उपविजेता रहीं।

सुबह-शाम करती हैं अभ्यास

रितिका हरि नगर स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स के प्राइम टेनिस अकादमी में अभ्यास करती हैं। वे हर दिन सुबह चार और शाम को तीन घंटे अभ्यास करती हैं। उन्होंने बताया कि अभ्यास के पहले कार्बोहाइड्रेट से युक्त भोजन करती हैं और अभ्यास के बाद प्रोटीनयुक्त। अपने भोजन में वे केले, पास्ता और मौसमी फलों के अलावा प्रोटीन से भरपूर मांसाहार भी लेती हैं। रितिका ने बताया कि सामाजिक बदलाव तो जरूर आया है, लेकिन अब भी सरकार की ओर से खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए काफी कुछ किया जाना बाकी हैं। एक मुकाम पर पहुंचने पर तो सुविधाएं प्राप्त हो जाती हैं, लेकिन शुरुआती दौर में सुविधाएं मिलना आवश्यक है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।