उत्तम नगर बस टर्मिनल हुआ रोशनी से जगमग
उत्तम नगर टर्मिनल में रोशनी का उचित प्रबंध नहीं होने के कारण दिन ढलते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता था और यात्री टर्मिनल में प्रवेश करने से संकोच करते थे। पर अब टर्मिनल रोशनी से जगमग है और जहां तक असामाजिक तत्वों की बात है, उसके लिए उत्तम नगर थाना पुलिस शाम होते ही टर्मिनल के आसपास गश्त करती नजर आती है। ज्ञात हो कि उत्तम नगर टर्मिनल से रोजाना करीब 1500 बसें दिल्ली के अलग-अलग रूट के लिए निकलती है। नवीन कुमार ने बताया कि मैं उत्तम नगर में एक दुकान पर बतौर सहायक काम करता हूं और शाम को मैं टर्मिनल से बस पकड़कर जौन्ती गांव जाता हूं।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : उत्तम नगर टर्मिनल में रोशनी का उचित प्रबंध नहीं होने के कारण दिन ढलते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता था। ऐसे मे यात्री टर्मिनल में प्रवेश करने से संकोच करते थे, पर अब टर्मिनल रोशनी से जगमग है। असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए स्थानीय पुलिस शाम होते ही टर्मिनल के आसपास अब गश्त करती है। ज्ञात हो कि उत्तम नगर टर्मिनल से रोजाना 1500 बसें दिल्ली के अलग-अलग रूट के लिए निकलती हैं।
नवीन कुमार ने बताया कि मैं उत्तम नगर में एक दुकान पर बतौर सहायक काम करता हूं और शाम को मैं टर्मिनल से बस पकड़कर जौंती गांव जाता हूं। रात में यहां अंधेरा होने के कारण असामाजिक तत्वों के जमावड़े के कारण मैं टर्मिनल में नहीं जाता। बीते दिनों इन असामाजिक तत्वों ने एक यात्री से मारपीट कर लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था। टर्मिनल में बैठकर वे शराब का सेवन करते हैं पर अब रोशनी होने से उनमें थोड़ा खौफ आएगा और गलत गतिविधियों पर विराम लगेगा, वहीं रूही ने बताया कि उत्तम नगर में मैं को¨चग करने आती हूं। रात 8 बजे मेरी को¨चग खत्म होती है। इसके बाद मैं 740 नंबर बस पकड़कर लक्ष्मी नगर जाती हूं। टर्मिनल में पसरे अंधेरे के कारण काफी डर का माहौल रहता है। सुरक्षा के लिहाज से टर्मिनल से बस पकड़ने के बजाय मैं टर्मिनल के बाहर खड़ी होकर बस इंतजार करती थी, लेकिन अब प्रशासन ने यहां रोशनी का उचित इंतजाम कर अच्छी पहल की है। अब विभाग को चाहिए कि वे बस चालकों की मनमानी को खत्म करें और इस बात को सुनिश्चित करें कि सभी बस यात्री को टर्मिनल तक छोड़ें।