मानसून सही रहा तो इस बार उद्यान विभाग हरियाली बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। इसके लिए विभाग ने बड़े स्तर पर तैयारी की है। द्वारका सेक्टर नौ, मंगलापुरी, ककरौला स्थित नर्सरी में पौधों को तैयार किया जा रहा है। पौधरोपण के कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधि, आरडब्ल्यूए व सामाजिक संगठनों का सहयोग लिया जाएगा।
उद्यान विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बारिश के पानी में पौधा अधिक फलता-फूलता है। मानसून के दौरान पौधों को नगर निगम के पार्को, कार्यालयों और स्कूलों में लगाया जाना है। इस बार निगम की प्राथमिकता ऐसे पौधों को लगाने की है जो दिल्ली के परिवेश में कम देखरेख में भी टिक सकते हैं। निगम का जोर देशी पौधों को लगाने पर विशेष तौर पर है। इनमें नीम, पीलखन, अलसटोनिया, अमलतास, अशोक, पाम, चांदनी, कनैर, चंपा सहित अन्य किस्म के पौधों को लगाया जाना है। हालांकि इन पौधों को जीवत रखने के लिए विभाग कितना सफल हो पाएगा यह बाद की बात है।
By JagranEdited By: Updated: Wed, 04 Jul 2018 08:04 PM (IST)
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली :
मानसून सही रहा तो इस बार उद्यान विभाग हरियाली बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। इसके लिए विभाग ने बड़े स्तर पर तैयारी की है। द्वारका सेक्टर नौ, मंगलापुरी व ककरौला स्थित नर्सरी में पौधों को तैयार किया जा रहा है। पौधरोपण के कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधि, आरडब्ल्यूए व सामाजिक संगठनों का सहयोग लिया जाएगा।
उद्यान विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बारिश के पानी में पौधा अधिक फलता-फूलता है। मानसून के दौरान पौधों को नगर निगम के पार्को, कार्यालयों व स्कूलों में लगाया जाना है। इस बार निगम की प्राथमिकता ऐसे पौधों को लगाने की है जो दिल्ली के परिवेश में कम देखरेख में भी टिक सकते हैं। निगम का जोर देशी पौधों को लगाने पर विशेष तौर पर है। इनमें नीम, पिलखन, अलसटोनिया, अमलतास, अशोक, पाम, चांदनी, कनैर, चंपा सहित अन्य किस्म के पौधों को लगाया जाना है। हालांकि इन पौधों को जीवंत रखने के लिए विभाग कितना सफल हो पाएगा यह बाद की बात है।
नर्सरी में तैयार हो रहे पौधे
उद्यान विभाग के अधिकारियों के अनुसार निगम की पूरी कोशिश है कि मानसून के दौरान जिन 30 हजार पौधों को लगाने का लक्ष्य रखा गया है उनकी पौध निगम अपने स्तर पर तैयार करे। बाहरी एजेंसी से इन्हें खरीदने की नौबत न आए। इसके लिए निगम उद्यान विभाग की ओर से लगातार प्रयास जारी है। इस प्रयास के तहत नजफगढ़ जोन स्थित विभिन्न पौधशालाओं में बड़े पैमाने पर पौधों को तैयार किया जा रहा है। बाजार से कम से कम पौधों को खरीदने की कोशिश होगी। ---------------------
निगम के उद्यान हरे भरे रहें, इस दिशा में हमारा प्रयास जारी है। पौधों का रखरखाव तो पूरे वर्ष होता है, लेकिन मानसून के दौरान हमारा लक्ष्य पुराने पौधों की देखरेख के साथ नए नए पौधे को लगाने पर भी होता है। इस बार पश्चिमी जोन में 30 हजार पौधे लगाए जाने का लक्ष्य है। -राजकुमार, उप निदेशक, निगम उद्यान विभाग, नजफगढ़ जोन। कई जगह शुरू हुए पौधरोपण मानसून के आते ही कई जगहों पर पौधरोपण का अभियान लोगों की ओर से शुरू कर दिया गया है। ¨बदापुर डीडीए फ्लैट में स्थानीय आरडब्ल्यूए की ओर से रोजाना पौधरोपण किया जा रहा है। आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष राजेश राय ने बताया कि धरती को हराभरा रखना हम सभी का दायित्व है। स्थानीय निवासी वीरेंद्र शर्मा बताते हैं कि हम पौधे लगाकर ही अपने कर्तव्यों को पूरा करना नहीं समझते हैं, बल्कि लगाने के दौरान सभी मिलकर इस बात का संकल्प भी लेते हैं कि इनकी देखभाल नियमित तौर पर करेंगे। अच्छी बात यह है कि पौधरोपण में क्षेत्र के पार्षद राजीव अहलावत का हमें पूरा सहयोग मिल रहा है। अब तक क्षेत्र में करीब सौ पौधे लगाए जा चुके हैं। उधर, द्वारका सेक्टर-22 स्थित जागरण अपार्टमेंट में भी पौधरोपण किया गया। यहां पौधरोपण में सोसायटी की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। अच्छी बात यह है कि इनके उत्साह को देखते हुए सोसायटी के लोग भी इनका पूरा साथ दे रहे हैं। जागरण अपार्टमेंट निवासी प्रोमिला मलिक बताती हैं कि पर्यावरण किसी एक व्यक्ति या संगठन से जुड़ा मसला न होकर पूरी मानवता से जुड़ा मसला है। ऐसे में हमारी कोशिश इस बात की होनी चाहिए कि पौधरोपण में सभी का साथ लिया जाए। इस अवसर पर सतीश, रतन, आत्माराम व रामसागर उपस्थित थे।
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