Move to Jagran APP

UP-दिल्ली व हरियाणा के लाखों लोगों के लिए खुशखबरी, अब 8 लेन होगा यमुना एक्सप्रेस-वे

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ानों का संचालन शुरू होने के बाद एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की संख्या में जबरदस्त इजाफा होने का अनुमान है।

By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 05 Jul 2018 12:08 PM (IST)
Hero Image
UP-दिल्ली व हरियाणा के लाखों लोगों के लिए खुशखबरी, अब 8 लेन होगा यमुना एक्सप्रेस-वे
नोएडा (जेएनएन)। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने के बाद यमुना एक्सप्रेस-वे आठ लेन का होगा। हवाई अड्डे की वजह से वाहनों का दबाव बढ़ने पर एक्सप्रेस-वे का चौड़ीकरण किया जाएगा। फिलहाल यमुना एक्सप्रेस-वे छह लेन का है। ऐसा होने से न केवल यूपी, बल्कि हरियाणा और दिल्ली के लोगों को भी बड़ा लाभ होगा।

ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे पर साल दर साल वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। ग्रेटर नोएडा से आगरा के बीच एक्सप्रेस-वे प्रतिदिन 38 से 40 हजार वाहन गुजरते हैं। मथुरा से आगरा के बीच प्रतिदिन 28 से तीस हजार वाहन गुजरते हैं।

जेवर हवाई अड्डे से उड़ानों का संचालन शुरू होने के बाद एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की संख्या में जबरदस्त इजाफा होने का अनुमान है। प्राइस वॉटर हाउस कूपर (पीडब्ल्यूसी) की स्टडी में अनुमान लगाया गया है कि जेवर हवाई अड्डा शुरू होने पर सालाना पचास लाख यात्री यहां से यात्रा करेंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के मानक के अनुसार एक्सप्रेस-वे पर प्रतिदिन गुजरने वाले वाहनों की संख्या साठ हजार से ऊपर जाने पर इसे छह से आठ लेन करने की जरूरत पड़ेगी, इसलिए 2022-23 में एक्सप्रेस-वे को छह से आठ लेन किया जाएगा।

एक्सप्रेस-वे से नहीं जुड़ेगा आगरा उत्तरी बाईपास

यमुना प्राधिकरण ने एक्सप्रेस-वे से आगरा उत्तरी बाईपास को जोड़ने के राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। एनएचएआइ ने खंदौली के पास बाइपास को लूप के जरिये यमुना एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का प्रस्ताव दिया था। मंगलवार को इस मुद्दे पर यमुना प्राधिकरण व एनएचएआइ के अधिकारियों की बैठक हुई। प्राधिकरण ने तर्क दिया कि एक्सप्रेस-वे को प्रतिदिन गुजरने वाले डेढ़ लाख वाहनों की क्षमता के अनुसार डिजाइन किया गया है।

प्राधिकरण क्षेत्र में शहर की बसावट, जेवर हवाई अड्डे का संचालन शुरू होने के बाद एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का दबाव कई गुना अधिक बढ़ जाएगा। एक्सप्रेस-वे को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की भी योजना है। इसलिए आगरा उत्तरी बाईपास को एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की स्थिति में यह वाहनों का दबाव ङोलनी की स्थिति में नहीं रह जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर जाम की विकराल स्थिति बन सकती है।

प्राधिकरण ने बाईपास के लिए एक्सप्रेस-वे पर फ्लाइओवर बनाने के लिए एनएचएआइ को जेपी इंफ्राटेक को प्रस्ताव देने को कहा है। यह भी सुझाव दिया है कि एनएचएआइ 165 किलोमीटर आगरा पर एक्सप्रेस-वे से बाइपास को जोड़ सकता है। प्राधिकरण के तर्क पर एनएचएआइ ने भी सहमति जताई है।

आगरा में बन रहा है बाइपास

आगरा में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने एवं जाम की समस्या के समाधान के लिए उत्तरी बाइपास का निर्माण हो रहा है। यह बाइपास एनएच दो पर रायपुर जाट गांव के समीप से शुरू होकर एनएच तीन पर बाद्ध गांव के समीप मिलेगा। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 2016 में इसका शिलान्यास किया था। आगरा उत्तरी बाईपास को यमुना एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के एनएचएआइ के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया है।

डा. अरुणवीर सिंह (सीईओ यमुना प्राधिकरण) के मुताबिक, जेवर हवाई अड्डे एवं प्राधिकरण क्षेत्र में बसावट शुरू होने पर एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का दबाव काफी अधिक बढ़ जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर वाहनों के संचालन पर असर पड़ेगा।  

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।