निजी हाथों में सौंपे जाएंगे 10 सामुदायिक भवन, बढ़ेगा किराया
आने वाले दिनों में सामुदायिक भवनों में शादी या किसी अन्य समारोह का आयोजन करना महंगा होगा। स्थायी समिति ने आयुक्त द्वारा तय की वृद्धि दरों में कटौती करते हुए प्रस्ताव को पास कर दिया है।
By JagranEdited By: Updated: Thu, 05 Jul 2018 09:07 PM (IST)
जासं, पूर्वी दिल्ली : आने वाले दिनों में सामुदायिक भवनों में शादी या किसी अन्य समारोह का आयोजन करना महंगा होगा। स्थायी समिति ने आयुक्त द्वारा सामुदायिक भवनों की तय की गई वृद्धि दरों में कुछ कटौती करते हुए प्रस्ताव को पास कर दिया है। इसके साथ ही 10 सामुदायिक केंद्र निजी हाथों में सौंपे जाएंगे।
वृद्धि दर प्रस्ताव का निगम पार्षद राजीव चौधरी व निर्मल जैन ने काफी विरोध किया। उन्होंने कहा कि निगम ने सामुदायिक भवन की व्यवस्था जनहित में की थी ताकि जो गरीब हैं वह इन जगहों पर समारोह का आयोजन कर सकें लेकिन दर बढ़ने से उनके लिए मुश्किल खड़ी हो जाएगी। बैठक में आयुक्त डॉ. रणवीर ¨सह ने कहा कि पूर्वी दिल्ली में निगम के 70 सामुदायिक भवन हैं। इनका किराया पिछले आठ वर्षो से नहीं बढ़ा है। अभी निगम की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। जिससे इनके रखरखाव का बोझ बढ़ रहा है। महंगाई दर को भी देखते हुए किराया दोगुना किया जाना चाहिए। इस मसले पर समिति में गहन चर्चा हुई। जिसके बाद समिति ने आयुक्त के दरों में कटौती करते हुए वृद्धि प्रस्ताव को पास कर दिया। इस संबंध में शीघ्र ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी, जिसके बाद नई दरें लागू हो जाएंगी। श्रेणी - वर्तमान दर- प्रस्तावित दर- लागू दर (रुपये में) ए- 15,000- 25,000- 20,000
बी- 7500 - 15,000- 10,000
सी- 4500- 10,000- 6,000
डी- 2250- 5,000- 5,000 ई- 750- 2000- 1250 ----------------------- बैंक्वेट हॉल में बदलेंगे सामुदायिक भवन पूर्वी दिल्ली नगर निगम के 10 सामुदायिक भवन बैंक्वेट हॉल के रूप में तब्दील किए जाएंगे। यहां का किराया तो निगम की दर के अनुसार ही होगा, लेकिन यहां दी जाने वाली अन्य सुविधाओं की दर सामुदायिक भवन चलाने वाली एजेंसी या व्यक्ति द्वारा तय की जाएगी। इसके लिए पूर्वी दिल्ली के ए श्रेणी के उन 10 सामुदायिक भवनों का चयन किया गया है जिनकी बु¨कग सबसे अधिक होती है। आयुक्त के इस प्रस्ताव को भी स्थायी समिति ने मंजूरी दे दी है लेकिन इसमें यह शर्त जोड़ी गई है कि आयुक्त की सूची में बदलाव का अधिकार स्थायी समिति को होगा। निगम पार्षद संदीप कपूर ने इसका विरोध करते हुए कहा कि इस व्यवस्था से निजी एजेंसियों की मनमानी हो जाएगी और वह टेंट व कैट¨रग के सामान की कीमत अधिक रखेंगे। उन्होंने कहा कि इस सूची में शामिल गीता कॉलोनी ब्लॉक-10 स्थित सामुदायिक भवन को हटाने की मांग की।
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