दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग अव्यावहारिक: माकन
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य की माग व्यावहारिक नहीं है। यदि दिल्ली को पूर्ण
By JagranEdited By: Updated: Fri, 27 Jul 2018 09:08 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य की माग व्यावहारिक नहीं है। यदि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलता है तो उसका राजधानी का दर्जा खत्म हो जाएगा। इसके अलावा यहां ऐसी स्थिति आ जाएगी कि दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार को बंदी बना लेगी। ये बातें दिल्ली प्रदेश काग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहीं। वह प्रदेश कांग्रेस के शोध विभाग की ओर से जवाहर भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राजधानी होने के नाते दिल्ली को बहुत सारी मदद मिलती हैं, जो पूर्ण राज्य के बाद नहीं मिलेंगी। मसलन, केंद्र की ओर से मिलने वाली 16 हजार करोड़ रुपये की मदद बंद हो जाएगी। अखिल भारतीय काग्रेस कमेटी के शोध विभाग के चेयरमैन व सासद प्रो. राजीव गौड़ा ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से पार्टी भविष्य के लिए रोडमैप तैयार करेगी। काग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने महिला अपराध को रोकने के लिए लोगों के व्यवहार व सरकार की कार्यशैली में बदलाव लाने की सलाह दी। उन्होंने महिला अपराध से जुड़े मामलों के जल्द निपटारे पर बल दिया। अर्थशास्त्री मीताली निकोरे ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में योजना बनाने की प्रक्रिया में महिलाओं को भी शामिल किया जाना चाहिए। कांग्रेस की सहसचिव रुचि गुप्ता ने मोहल्ला क्लीनिक की विफलताओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक का डॉक्टर और दूसरे लोग गलत फायदा उठा रहे हैं। मोहल्ला क्लीनिक के बजाय डिस्पेंसरियों को मजबूत करना चाहिए था। दिल्ली प्रोफेशनल काग्रेस के अध्यक्ष अमन पंवार ने दिल्ली की बदहाल सार्वजनिक परिवहन प्रणाली पर चिंता व्यक्त की। पर्यावरणविद व फिल्म निर्माता विमलेंदु झा ने यमुना की सफाई को लेकर विचार रखे। विद्यार्थियों द्वारा सरकारी स्कूलों से बीच में ही पढ़ाई छोड़ने के मसले पर दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी ने चर्चा की।
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