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पुलिस के नए प्रबंध डीयू छात्रों को देंगे सुरक्षित माहौल

संतोष शर्मा, नई दिल्ली दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में दाखिला प्रक्रिया के बाद अब पढ़ाई शुरू हो चुक

By JagranEdited By: Updated: Fri, 27 Jul 2018 11:56 PM (IST)
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पुलिस के नए प्रबंध डीयू छात्रों को देंगे सुरक्षित माहौल

संतोष शर्मा, नई दिल्ली

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में दाखिला प्रक्रिया के बाद अब पढ़ाई शुरू हो चुकी है। नार्थ कैंपस विद्यार्थियों से गुलजार है। इस स्थिति में छात्र खुद को कैंपस में सुरक्षित महसूस करें इसके लिए पुलिस ने कमर कस ली है। उत्तरी जिला पुलिस का यह प्रयास है कि कॉलेज में रैगिंग की घटनाएं न हों। छात्राओं की सुरक्षा के लिए अलग से कदम उठाए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि नार्थ कैंपस में करीब नौ कॉलेजों में लाखों की संख्या में छात्र अध्ययन करते हैं। इसलिए यह छात्र राजनीति का मुख्य केंद्र भी है। पुराने छात्र वर्चस्व के लिए नए छात्र-छात्राओं की रैगिंग करते हैं। इस बार यदि ऐसी कोई घटना हुई तो आरोपित को पुलिस की कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कैंपस में प्रत्येक कॉलेज के गेट पर एक-एक महिला और पुरुष पुलिसकर्मी की तैनाती की गई है। वहीं, रैगिंग निरोधक डेस्क की स्थापना की गई है। असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए परिसर में सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।

पुलिस की एक टीम कैंपस में पेट्रोलिंग कर रैगिंग की घटनाओं पर नजर रखेगी। छात्राओं की सुरक्षा के प्रति पुलिस का विशेष ध्यान है। छेड़छाड़ व अन्य आपराधिक वारदात पर रोकथाम के लिए इलाके में दो महिला पीसीआर वैन की तैनाती की गई है। वैन में सभी महिला पुलिसकर्मी होंगी। विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के समीप खड़ी महिला पीसीआर वैन छात्राओं की हरसंभव मदद करेगी। इसके साथ ही बाइक सवार महिला पुलिसकर्मियों की टीम इलाके में लगातार गश्त करती रहेगी। हिम्मत प्लस एप के प्रति छात्राओं को किया जा रहा जागरूक

डीयू आने वाली ज्यादातर छात्राएं सार्वजनिक वाहन का प्रयोग करती हैं। इनमें छात्राओं को छेड़खानी का सामना करना पड़ता है। शिकायत मिलने पर पुलिस के लिए चलते वाहन में छात्राओं तक पहुंचने में समस्या होती है। इन तमाम समस्याओं के हल के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा हिम्मत प्लस एप तैयार कराया गया है। छात्राएं इसे अपने एंड्रायड फोन में डाउनलोड कर उसमें रजिस्ट्रेशन करा यात्रा को सुरक्षित बना सकती हैं। अनहोनी होने पर एप का एसओएस बटन दबाते ही उनका संपर्क स्थानीय पुलिस से हो जाएगा। वहां तुरंत पीसीआर वैन पहुंचकर उनकी मदद करेगी। पुलिस जागरूकता के लिए स्टाल लगाकर छात्राओं को एप संबंधी जानकारी दे रही है। -------------

डीयू में विभिन्न राज्यों के विद्यार्थी पढ़ते हैं। पहली बार दिल्ली आई छात्राओं को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे इंतजाम किए गए हैं कि उनके साथ रैगिंग न हो और कोई भी उनसे छेड़छाड़ करने से पहले सौ बार सोचे। कैंपस में सुरक्षित माहौल हो पुलिस की यही प्राथमिकता है।

- नूपुर प्रसाद, पुलिस उपायुक्त, उत्तरी जिला

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