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गाजियाबाद: दरार आने के बाद झुक गई तीन मंजिला इमारत, बिल्डर ने मांगे पैसे, बिल्डिंग सील

इमारत गिरने के खतरे को देखते हुए लोगों ने तुरंत आसपास के मकानों में अपना आशियाना ढूंढा। लोगों का कहना था जीवन भर की कमाई देकर उन्होंने फ्लैट खरीदा था।

By Amit MishraEdited By: Updated: Sat, 28 Jul 2018 06:15 PM (IST)
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गाजियाबाद: दरार आने के बाद झुक गई तीन मंजिला इमारत, बिल्डर ने मांगे पैसे, बिल्डिंग सील
गाजियाबाद [जेएनएन]। दिल्ली-एनसीआर में बारिश के चलते लगातार हो रहे हादसों के बीच साहिबाबाद के श्यामपार्क एक्सटेंशन में तीन मंजिला अपार्टमेंट में दरारें आ गई। दरार आने के बाद इमारत एक ओर झुक गई। आनन-फानन में लोगों ने बिल्डर और जीडीए को सूचना दी और बिल्डर पर घटिया सामग्री प्रयोग करने का आरोप लगाया। शुक्रवार सुबह जीडीए टीम ने इमारत को सील करते हुए खाली करवा लिया। लोग सामान लेकर आसपास के मकानों में शिफ्ट हो गए हैं। जीडीए के अनुसार मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

बिल्डिंग की मरम्मत के लिए बिल्डर ने मांगे पैसे 

श्यामपार्क एक्सटेंशन के ए-59 में निजी बिल्डर ने तीन मंजिला अपार्टमेंट बनाया है। अपार्टमेंट में कुल 11 फ्लैट में 50 से अधिक लोग रहते हैं। सात साल पहले वर्ष 2011 में इसका निर्माण पास के एक बिल्डर ने किया था। बृहस्पतिवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश के बाद अचानक दूसरी मंजिल पर रहने वाले सुशील उपाध्याय के बाथरूम की टाइल निकलकर गिर गई। इसके बाद उनके कमरे की दीवार में दरार आ गई। वह परिवार के साथ अन्य फ्लैट में रहने वाले लोगों के साथ बाहर भागे और बिल्डर को सूचना दी। बिल्डर ने भूतल के छज्जे को सपोर्ट देकर लोगों को आश्वासन दिया। इसके बाद लोगों ने शुक्रवार को बिल्डर से बातचीत की तो उसने कहा कि बिल्डिंग की मरम्मत के लिए लोगों को रुपये इकट्ठा करने होंगे।

जीडीए को दी सूचना

लोगों ने जीडीए को मामले की सूचना दी तो जीडीए के इंजीनियर मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। उन्होंने तुरंत इमारत को खाली करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही लोगों का सामान निकलते ही इमारत को सील कर दिया। लोगों ने देर शाम तक अपना सामान निकाला और दूसरे फ्लैटों में शिफ्ट हो गए।

किराये के घरों में शिफ्ट हुए लोग

इमारत गिरने के खतरे को देखते हुए लोगों ने तुरंत आसपास के मकानों में अपना आशियाना ढूंढा। लोगों का कहना था जीवन भर की कमाई देकर उन्होंने फ्लैट खरीदा था। कई लोगों का तो लोन चल रहा था। अब यह होने से उनके जीवन भर की कमाई बेकार होती दिख रही है।

बिल्डर ने किया घटिया निर्माण

जीडीए के सहायक अभियंता लवकेश सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि बिल्डर ने ईंटों के पिलर बना दिए थे। इसके चलते इमारत झुक गई है। इमारत गिरने का खतरा देखते हुए उसे खाली कराकर सील कर दिया गया है। लोगों ने अभी शिकायत नहीं दी है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

जीवन भर की कमाई जोड़कर आशियाना लिया था। अब यह भी गिरता दिख रहा है। बिल्डर को मदद करनी चाहिए। - उदय श्रीवास्तव, पीड़ित

लोन लेकर जैसे-तैसे फ्लैट लिया था। अब वह भी खतरे में है। जीवन भर की गाढ़ी कमाई पानी में जाती दिख रही है। -लक्ष्मी ठाकुर, पीड़ित 

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