यमुना को लेकर केजरीवाल ने बुलाई आपात बैठक
-हरियाणा ने छोड़ा छह लाख क्यूसेक पानी -बाढ़ से संबंधित आपातकाल के लिए 1077 संख्या नियंत्रण कक्ष्
By JagranEdited By: Updated: Sat, 28 Jul 2018 09:19 PM (IST)
-हरियाणा ने छोड़ा छह लाख क्यूसेक पानी
-बाढ़ से संबंधित आपातकाल के लिए 1077 संख्या नियंत्रण कक्ष बनाया गया राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : यमुना खादर व आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए छह लाख क्यूसेक पानी के कारण दिल्ली में यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार देर शाम उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव अंशु प्रकाश सहित अन्य सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने बाढ़ के हालात के दौरान स्थिति से निपटने की तैयारियों की जानकारी मागी। उन्हें अधिकारियों द्वारा बताया गया कि किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए बाढ़ एवं नियंत्रण विभाग सहित सभी विभागों को सर्तक कर दिया है। यमुना के निचले क्षेत्रों में रह रहे लोगों को खादर क्षेत्र से हटा दिया गया है। साथ ही आसपास के क्षेत्रों में नाव व गोताखोरों को तैनात किया गया है। वहीं मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए यदि सेना या अन्य की भी मदद लेने की जरूरत पड़ी तो उस दिशा में भी कदम उठाए जाएं।
लोगों से मांगा सहयोग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोगों से सहयोग मागा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हरियाणा द्वारा छोड़ा गया पानी रविवार शाम तक दिल्ली पहुंच सकता है। प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है लोगों को भी सहयोग करना चाहिए। सभी विभाग के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है। बाढ़ संबंधी जानकारी 1077 पर दे सकते हैं। इसके लिए अलग से नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हथिनी कुंड से पाच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
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