Move to Jagran APP

12 और गायों की मौत, घुम्मनहेड़ा गोशाला को बंद करने की तैयारी

घुम्मनहेड़ा ग्रामीण गोशाला समिति के हाथ से छिनने का प्रयास कर रही आचार्य सुशील मूनि ट्रस्ट को गहरा झटका लगा है। दिल्ली सरकार के जिन अधिकारियों की बदौलत गोशाला को हड़पने का प्रयास कर रही थी। इसमें वह कामयाब नहीं हो सकी। उन्हीं अधिकारियों को सरकार के निर्देश का पालन करना पड़ा। गोशाला की बदहाली व गायों की दयनीय हालत को देखते हुए यहां की गायों को दूसरे गोशाला में भेजने का काम अपने मताहत अधिकारियों से भेजने का काम शुरू भी कराना पड़ा। शनिवार को कुछ गायों को सुरहेड़ा स्थित श्रीकृष्ण गोशाला में भेज दिया गया। दो चार दिन के भीतर सभी गायों को अन्य गोशालाओे में स्थानांतरित किया जाना तय है। घुम्मनहेड़ा गोशाला में पिछले दो साल से चला आ रहा गतिरोध प्रशासनिक अधिकारियों की हस्तक्षेप के साथ समाप्त होना भी तय माना जा रहा है। लेकिन अभी तक गायों के मरने का सिलसिला नहीं थमा। शुक्रवार को 36 गायों की मौत हुई थी शनिवार को 12 और गायों ने दम तोड़ दिया।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 28 Jul 2018 11:23 PM (IST)
Hero Image
12 और गायों की मौत, घुम्मनहेड़ा गोशाला को बंद करने की तैयारी

फोटो : 29 यूटीएम 22,23 बिरंचि ¨सह, पश्चिमी दिल्ली

घुम्मनहेड़ा गोशाला में शुक्रवार को 36 गायों की मौत के बाद शनिवार को 12 और गायों ने दम तोड़ दिया। सूत्रों की मानें तो अब इस गोशाला से सभी गायों को धीरे-धीरे स्थानांतरित कर इसे बंद करने की योजना सरकार बना रही है। शनिवार को कुछ गायों को सुरहेड़ा स्थित श्रीकृष्ण गोशाला में भेज दिया गया। दो चार दिन के भीतर सभी गायों को अन्य गोशालाओें में स्थानांतरित किया जाना तय है। उधर, इस घटना के बाद गोशाला का संचालन अपने हाथ में लेने का ख्वाब देख रही आचार्य सुशील मुनि ट्रस्ट को गहरा झटका लगा है।

बृहस्पतिवार की रात को गायों की मौत की खबर आने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। अधिकारियों के साथ दिल्ली सरकार के मंत्रियों की भी आंखे खुलीं। पिछले पांच वर्षो से गोशाला में गायों की मौत हो रही है। गोशाला की पहले से ही स्थिति बदहाल थी। इसी कारण दो साल पहले दिल्ली सरकार के अधिकारी ने आचार्य सुशील मुनि ट्रस्ट से गोशाला के संचालन के अधिकार लेकर घुम्मनहेड़ा ग्रामीण समिति को दे दिया था। हालांकि उस अधिकारी का तबादला लखनऊ कर दिया गया। सूत्र बताते हैं कि एक बार फिर अधिकारी आचार्य सुशील मुनि ट्रस्ट को घुम्मनहेड़ा की कमान देने का मन बना रहे थे। चूंकि घुम्मनहेड़ा गोशाला 20 एकड़ में फैला हुआ है और ट्रस्ट की नजर यहां की जमीन पर भी थी इसलिए ट्रस्ट गोशाला के लिए कोशिश भी कर रहा था। इसी बीच गायों की मौत के मामले से स्थिति बदल गई। दिल्ली सरकार के आला अधिकारियों ने गायों को दूसरी गोशाला में स्थानांतरित करने का दिशा निर्देश जारी किया है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।