बारिश की वजह से दिल्ली का ये फ्लाई ओवर हुआ जानलेवा, संभल कर निकलें
दिल्ली में मौसम भले साफ हो गया है, लेकिन इसका असर अब भी सड़कों और इमारतों पर दिख रहा है। खतरनाक बिल्डिंगों से लोगों को निकालने का काम जारी है।
By Amit SinghEdited By: Updated: Sun, 29 Jul 2018 11:08 AM (IST)
नई दिल्ली (जेएनएन)। राजधानी दिल्ली में पिछले बृहस्पतिवार और शुक्रवार को हुई बारिश का असर अब भी देखने को मिल रहा है। दो दिन हुई जबरदस्त बारिश में एनसीआर में कई जगह मकान गिर गए तो ज्यादातर सड़कें गड्ढ़ों में तब्दील हो गई हैं। बारिश और जलभराव की वजह से उत्तरी-पूर्वी दिल्ली स्थित नत्थू कॉलोनी चौक के फ्लाईओवर का एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया है। शनिवार को इस फ्लाईओवर का 6 फुट लंबा और 6 फुट चौड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया। इससे आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ। सुरक्षा कारणों से इस मार्ग से भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जबकि हल्के वाहन चल रहे हैं। वहीं, जिस हिस्से में दरार आई है, उसके पास बैरिकेड लगा दिया गया है।
यह करीब एक किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर है। दरार उस हिस्से में आई है, जिसके ठीक नीचे से ट्रेनें गुजरती हैं और उस रेलवे लाइन के नीचे अंडरपास बना है। निर्माण के बाद अभी तक कभी मरम्मत कार्य नहीं किया गया। लोगों का आरोप है कि स्थानीय विधायक से कई बार शिकायत भी की गई, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। मरम्मत नहीं होने के कारण ही बरसात के मौसम में फ्लाईओवर का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। यह निर्माण की गुणवत्ता का भी सवाल खड़ा करता है। इस मामले पर स्थानीय विधायक सरिता सिंह से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
गाजियाबाद में 221 भवन कराए गए खाली
बारिश का कहना एनसीआर के लगभग सभी शहरों में दिख रहा है। गाजियाबाद के डासना और खोड़ा में इमारतों के गिरने के बाद प्रशासन ने असुरक्षित भवनों को खाली कराने की कवायद तेज कर दी है। प्रशासन द्वारा आठ टीमें बनाकर शनिवार को जिले भर में अभियान चलाकर 221 असुरक्षित भवनों को खाली कराया। इनमें से कई भवन खाली कराने के बाद सील कर दिए गए।
एसडीएम सदर विवेक कुमार मिश्र के नेतृत्व में खोड़ा में 11 आवासीय मकानों को खाली कराया गया जबकि 78 भवन सील कर दिए गए। इनमें से ज्यादातर भवन निर्माणाधीन थे। एसडीएम लोनी सतेंद्र सिंह के नेतृत्व में लोनी में 42 जर्जर मकान और दुकानों को खाली कराया गया और 36 भवनों को सील कर दिया गया। मोदीनगर में एसडीएम पवन अग्रवाल ने अपनी टीम के साथ 13 आवासीय भवनों को खाली कराया और 27 को सील कर दिया। कैला भट्टा में घनी आबादी के बीच जर्जर चार दुकानों को खाली कराया गया और उन्हें गिराने के आदेश भी जारी किए गए।
नोएडा के निठारी में 30 भवन असुरक्षित, 12 को खाली करने का नोटिस
नोएडा प्राधिकरण ने भी असुरक्षित भवनों को लेकर गांव में कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत निठारी गांव में 30 भवनों को असुरक्षित घोषित किया गया है। इसमें 12 को नोटिस देकर भवन खाली करने आदेश दिया गया है। इसके बाद गांवों में हड़कंप मच गया है। हांलाकि नोटिस चस्पा करने के दौरान प्राधिकरण अधिकारियों को लोगों के भारी विरोध का सामना भी करना पड़ा। इस दौरान उनके पास पर्याप्त फोर्स उपलब्ध नहीं थी। इस कारण काम बीच में छोड़कर प्राधिकरण अधिकारियों और कर्मचारियों को लौटना पड़ा। ऐसे में प्राधिकरण की कार्रवाई के बाद अब हजारों लोगों के बेघर होने और सैकड़ों पर रोजगार से हाथ धोने का संकट खड़ा हो गया है।बता दें कि असुरक्षित इमारतों को लेकर नोएडा प्राधिकरण के 10 वर्क सर्किल की ओर से गांव-गांव अभियान चलाया जा रहा है। इसमें जर्जर भवनों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। शनिवार को यह सर्वे व निरीक्षण निठारी गांव में किया गया। इस दौरान कई इमारत ऐसी मिली जिनको असुरक्षित माना गया। यहां प्राधिकरण ने असुरक्षित बिल्डिंगों पर खाली करने पर नोटिस चस्पा किया है।
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