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EXCLUSIVE: जल प्रदूषण फैलाने के कारण पश्चिम यूपी की 119 फैक्ट्री को बंद करने का आदेश

एनजीटी की कमेटी ने 316 इंडस्ट्री से लिया था डिस्चार्ज वाटर का सैंपल। प्रदूषण विभाग ने संचालकों को तीन दिन में इंडस्ट्री बंद करने का दिया नोटिस।

By Amit SinghEdited By: Updated: Mon, 30 Jul 2018 02:59 PM (IST)
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EXCLUSIVE: जल प्रदूषण फैलाने के कारण पश्चिम यूपी की 119 फैक्ट्री को बंद करने का आदेश
नोएडा (ललित विजय)। जल प्रदूषण फैलाने पर एक साथ 119 इंडस्ट्री को बंद करने का आदेश दिया गया है। यह इंडस्ट्री पश्चिमी उत्तर प्रदेश में संचालित हो रही हैं। एनजीटी के आदेश पर सभी इंडस्ट्री को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से काम बंद करने का नोटिस भेजा गया है। नोटिस में तीन दिन के अंदर इंडस्ट्री बंद कर प्रदूषण विभाग को सूचित करने का आदेश दिया गया है। इसमें से 64 फैक्ट्री गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मौजूद हैं। नोटिस मिलने के बाद इंडस्ट्री संचालकों में रोष व चिंता है। संचालक इससे करोड़ों रुपये का नुकसान व हजारों लोगों के बेरोजगार होने की भी आशंका जता रहे हैं।

कमेटी की रिपोर्ट पर एनजीटी ने दिया आदेश

दोआबा पर्यावरण समिति की ओर से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में वाद दायर किया गया था। इसमें विभिन्न कंपनियों पर जल प्रदूषण करने का आरोप लगाया गया। इस पर सुनवाई के दौरान एनजीटी ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तत्कालीन सचिव एबी अखोलकर के नेतृत्व में कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 316 फैक्ट्री से सैंपल लिए, जिसकी रिपोर्ट 6 जुलाई को एनजीटी में पेश की गई। रिपोर्ट में 119 इंडस्ट्री को जल प्रदूषण करने का दोषी पाया गया। इसके बाद एनजीटी ने उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय प्रदूषण बोर्ड को इन सभी इंडस्ट्री को बंद कराने का आदेश दिया है। इसके बाद 28 जुलाई को नोएडा और गाजियाबाद क्षेत्रीय प्रदूषण बोर्ड की तरफ से सभी संबंधित इंडस्ट्री को बंद करने का नोटिस भेज दिया गया है।

इस तरह फैक्ट्री से दूषित हो रहा जल

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में केमिकल का इस्तेमाल करने वाली कई फैक्ट्रियां हैं। इन फैक्ट्रियों में केमिकल युक्त पानी जमीन के नीचे डाल दिया जाता है। साथ ही कई फैक्ट्रियों से केमिकल युक्त पानी को हरनंदी (हिंडन) में बहा दिया जाता। कुछ इंडस्ट्री से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी को बिना ट्रीट किए सीधे नालों में बहा दिया जाता है। इस पानी में मरकरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है। जिस कारण भूजल जल प्रदूषित होता है। साथ ही उसे पीने पर कैंसर जैसी घातक बीमारी को होने का खतरा होता है।

फैक्ट्री बंद होने से हजारों लोग बेरोजगार होंगे

ग्रेटर नोएडा में साइकिल का पार्ट बनाने और सिल्वर पेंट का काम वाली फैक्ट्री केे मालिक रोहित सपरा के अनुसार एनजीटी की टीम सैंपल लेने आई थी। अब शनिवार को इंडस्ट्री बंद करने का नोटिस मिला है। नोटिस के बाद हम और सारे कर्मचारी बेहद तनाव में है। फैक्ट्री बंद होने से हजारों लोग बेरोजगार होंगे। साथ ही क्षेत्र को करोड़ों रुपये का नुकसान होगा।

इन जिलों की फैक्ट्री को बंद करने का आदेश

गौतमबुद्ध नगर,  गाजियाबाद, सहारनपुर, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर।

इस तरह की हैं इंडस्ट्री

गारमेंट, मशीन निर्माण कंपनी, सिल्वर कोटेड पार्टस बनाने वाली फैक्ट्री, पेंट निर्माण से जुड़ी इंडस्ट्री और बैनर, पोस्टर व कार्ड बनाने वाली फैक्ट्री।

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