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सीएम का हो लाई डिटेक्टर टेस्ट: कपिल मिश्रा

-रिश्वत के खिलाफ लड़ाई कभी आसान नहीं होती - कैसे साबित करोगे, कैसे सजा दिलवाओगे -वो भी

By JagranEdited By: Updated: Tue, 31 Jul 2018 11:02 PM (IST)
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सीएम का हो लाई डिटेक्टर टेस्ट: कपिल मिश्रा

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रिश्वत के आरोप में लोकायुक्त व सीबीआइ से क्लीन चिट दिए जाने के आम आदमी पार्टी के दावे के बीच पूर्व मंत्री व विधायक कपिल मिश्रा ने मांग की है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मंत्री सत्येंद्र जैन का लाई डिटेक्टर टेस्ट (झूठ पकड़ने वाला) कराया जाए। मैंने पहले भी यह मांग की थी। उनका दावा है कि इन दोनों नेताओं का टेस्ट होता है तो सब कुछ साफ हो जाएगा।

कपिल ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में किसी को जनता के सामने लाना उस समय कठिन हो जाता है जब भ्रष्टाचार करने वाला एक मुख्यमंत्री हो। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के सामने क्या चुप होकर बैठ जाएं या भ्रष्टाचार के खिलाफ न बोलें।

उन्होंने कहा कि मैंने और मेरे परिवार ने केजरीवाल के भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने का निर्णय लिया है, लड़ाई कितनी भी लंबी हो, हम लड़ेंगे। देश में भ्रष्ट और घोटालेबाज नेता क्लीन चिट लेकर घूमते हैं, सजा होती भी है तो कई सालों के बाद। रिश्वत के खिलाफ एक आम आदमी कैसे लड़े?

उन्होंने कहा कि मैंने निर्णय लिया है कि उस दिन का एक-एक डिटेल प्रकाशित करके सार्वजनिक करूंगा।

उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव मारपीट मामले में केजरीवाल के यहां सीसीटीवी कैमरे की फुटेज का टाइम टेम्पर किया गया, यह स्पष्ट हो चुका है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जैसे रिश्वतखोर नेता इस देश में आसानी से जेल नहीं जाते हैं।

बता दें कि आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने एक अखबार में छपी खबर के आधार पर मंगलवार को प्रेसवार्ता कर मुख्यमंत्री अरविंद को क्लीन चिट दिए जाने का दावा किया। उन्होंने कहा कि कपिल मिश्रा ने जिस मामले में मुख्यमंत्री पर दो करोड़ रिश्वत लेने का आरोप लगाया था लोकायुक्त और सीबीआइ ने उन्हें क्लीन चिट दे दी है।

कपिल के सवाल

-क्या केजरीवाल ने उस दिन की सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक की?

-क्या केजरीवाल ने लाई डिटेक्टर टेस्ट की मेरी चुनौती को स्वीकार किया?

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