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अब ट्रेन मुसाफिरों को हवाई यात्रियों जैसी सुविधा देने जा रहा है इंडियन रेलवे

अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की सुविधा हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों को मिलती है। इसे अब ट्रेन में भी अपनाया जाएगा।

By JP YadavEdited By: Updated: Wed, 01 Aug 2018 03:47 PM (IST)
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अब ट्रेन मुसाफिरों को हवाई यात्रियों जैसी सुविधा देने जा रहा है इंडियन रेलवे

नई दिल्ली (जेएनएन)। ट्रेन में सफर के दौरान कोच साफ रहे इसके लिए अब रेलकर्मी यात्रियों की सीट पर जाकर कचरा इकट्ठा करेंगे। इससे सफर के दौरान ट्रेन को साफ रखने में मदद मिलेगी। ट्रेनों में सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए रेल प्रशासन ने कई और कदम उठाए हैं। अधिकारियों को लगातार सफाई व्यवस्था पर निगरानी रखने को भी कहा गया है। जिससे कि यात्रियों को सफर के दौरान साफ सुथरा वातारण मिल सके।

यात्रियों की शिकायतों के बाद रेलवे उठा रहा कदम

ट्रेन में यात्रा के दौरान यात्री अक्सर भोजन करने के बाद प्लेट अपनी सीट के नीचे रख देते हैं। बाद में पैंट्री कर्मी प्लेट को एक पर एक रखकर ले जाते हैं। कभी कभी प्लेट में बचा हुआ खाना कोच के फर्श पर भी गिर जाता है। इसी तरह से यात्री फलों के छिलके, भोजन के खाली पैकेट आदि फर्श पर फेंक देते हैं। इससे कोच में गंदगी फैल जाती है। यात्री इसे लेकर शिकायत भी करते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए सीट पर जाकर कचरा इकट्ठा करने की योजना शुरू की जा रही है।

रेलकर्मी अब यात्री की सीट पर जाकर कचरा एकत्र करेंगे

अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की सुविधा हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों को मिलती है। इसे अब ट्रेन में भी अपनाया जाएगा। इस व्यवस्था के तहत पैंट्री कर्मी यात्री के पास एक थैला लेकर जाएंगे। यात्री उसमें अपनी प्लेट और अन्य कचरा रख सकते हैं। जिन ट्रेनों में पेंट्री कार नहीं है उसमें इस तरह की व्यवस्था की जाएगी जिससे कि इनमें भी यात्रियों को सफर के दौरान किसी तरह की परेशानी न हो।

सफाई में कोताही न हो इसके लिए वाट्सएप का किया जा रहा है प्रयोग

ट्रेनों की सफाई में कोताही न हो इसके लिए वाट्सएप का भी प्रयोग किया जा रहा है। उत्तर रेलवे की 114 ट्रेनों में ऑन बोर्ड हाउस किपिंग सर्विस (ओबीएचएस) शुरू की गई है। कोच की सफाई करने के बाद इसकी फोटो ओबीएचएस कर्मचारी वाट्सएप ग्रुप पर डालते हैं जिससे इसकी अधिकारी को जानकारी मिल सके। इसके साथ ही अधिकारी रेलवे स्टेशनों पर जाकर सफाई कर्मचारियों से नियमित संवाद करते हैं जिससे कि उनकी परेशानी दूर की जा सके।