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दिल्ली पुलिस ने 'बंटी-बबली' को किया गिरफ्तार, जल्द पैसा कमाने के लिए करते थे ये काम

दिल्ली में बंटी और बबली की शातिर जोड़ी को गिरफ्तार किया गया है। ये जोड़ी जॉब वेबसाइट के जरिए लोगों को अपना शिकार बनाती थी।

By Amit MishraEdited By: Updated: Wed, 01 Aug 2018 09:17 PM (IST)
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दिल्ली पुलिस ने 'बंटी-बबली' को किया गिरफ्तार, जल्द पैसा कमाने के लिए करते थे ये काम

नई दिल्ली [जेएनएन]। नामी कंपनियों की वेबसाइट बनाकर उसके जरिये बेरोजगारों से ठगी करने वाले युवक-युवती को साइबर क्राइम की टीम ने गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। युवक एमबीए है तो युवती ने बीटेक कर रखा है। ये दोनों बंटी-बबली बनकर अब तक करीब सौ युवाओं को ठग चुके हैं। पुलिस ने मौके से दो लैपटॉप, 14 मोबाइल, 26 बैंक कार्ड, 11 चेक बुक, चार पासबुक, फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस और पैन कार्ड बरामद किए हैं।

गिरफ्त में बंटी-बबली
डीसीपी चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि गिरफ्तार युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के उन्नाव के कलक्टर गंज के रहने वाले चेतन सोनी के रूप में हुई है। चेतन एचआर व मार्केटिंग के साथ ही टूरिज्म से भी एमबीए कर चुका है। वहीं पकड़ी गई युवती उत्तर प्रदेश के गजरौला की रहने वाली नैना सिंघल है, जो कंप्यूटर साइंस से बीटेक कर चुकी है। इस समय दोनों गाजियाबाद में रह रहे थे।

देते थे फर्जी ऑफर लेटर 
सोमवार को पुलिस ने दोनों को गाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर-3 से गिरफ्तार किया है। चेतन यहीं रह रहा था और ऑफिस भी बना रखा था। चेतन और नैना 2016 में ग्रेटर नोएडा में नौकरी करने के दौरान एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। दोनों को कॉल सेंटर में कार्य करने का अनुभव था। जल्द पैसा कमाने के लिए दोनों ने छह माह पहले ही कॉल सेंटर छोड़कर नामी कंपनियों के नाम से मिलते-जुलते नाम की वेबसाइट तैयार की थी। इसके जरिये ये बेरोजगारों से संपर्क करते थे। सिक्योरिटी, रजिस्ट्रेशन आदि के नाम पर रुपये ऐंठते थे। इसके साथ ही 4650 से लेकर 5450 रुपये अपने खातों में जमा कराकर फर्जी ऑफर लेटर देते थे।

पुलिस ने शुरू की छानबीन 
कालकाजी पुलिस को शिकायत मिली थी कि नौकरी डॉट कॉम और हिंदुस्तान यूनिनॉर के नाम से मिलते-जुलते नाम की वेबसाइट से ठगी की जा रही है। पुलिस ने जांच शुरू की। इस सिलसिले में कुछ बैंक खाते सामने आए। जिस नाम और पते पर खाते खोले गए थे, वे सभी फर्जी पाए गए। इसके बाद पुलिस ने फोटो के जरिए पहचान जुटानी शुरू की।

आरोपी ने की गुमराह करने की कोशिश 
जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने गाजियाबाद में चेतन के ठिकाने पर छापा मारा। यहां चेतन ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। उसने बैंक खाते और वेबसाइट का डोमेन लेने के लिए रवि शर्मा और मनीष कुमार के फर्जी दस्तावेज का प्रयोग किया था। हालांकि फोटो चेतन का ही था। नैना भी पकड़ी गई। पूछताछ में दोनों ने पूरे मामले का खुलासा किया। 

फर्जी वेबसाइट का मकड़जाल 
यहां यह भी बता दें कि हाल ही में सीबीआइ ने रेलवे की फर्जी वेबसाइट बनाकर बेरोजगार युवाओं को ठगने वाले आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। यह गिरोह देशभर में फैला था। गिरोह के बदमाश आगरा, लखनऊ, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और मुंबई से वेबसाइट को ऑपरेट करते थे। 

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