रामलीला मैदान से होगा शंखनाद, दिल्ली फतह के लिए भाजपा ने बनाया है खास प्लान
लोकसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद ऐतिहासिक मैदान से होने जा रहा है। भाजपा पूर्वांचल मोर्चा की रैली की घोषणा पहले ही कर दी गई है। अब युवा सम्मेलन करने का भी फैसला किया गया है।
By Amit MishraEdited By: Updated: Thu, 02 Aug 2018 05:00 AM (IST)
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सातों सीटों पर कब्जा बरकरार रखने के साथ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाने की योजना तैयार कर ली है। इसके लिए अगले तीन महीने में रामलीला मैदान में तीन बड़ी रैली आयोजित की जाएंगी। इनमें भारी भीड़ जुटाकर दिल्ली में अपनी ताकत का लोहा मनवाने के साथ ही विरोधी पार्टियों पर मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल करने की योजना है। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है और इसके लिए नेताओं की जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है।
रामलीला मैदान से होगी शुरुआत दिल्ली नगर निगम चुनाव प्रचार की शुरुआत भी पार्टी ने रामलीला मैदान में भीड़ जुटाकर की थी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बूथ स्तर के कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्हें दिल्ली फतह का मंत्र दिया था। अब लोकसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद भी इसी ऐतिहासिक मैदान से होने जा रहा है। भाजपा पूर्वांचल मोर्चा की रैली की घोषणा पहले ही कर दी गई है। अब युवा सम्मेलन और अनुसूचित जाति का सम्मेलन करने का भी फैसला किया गया है।
कांग्रेस के वोट बैंक पर नजर
राजधानी में रह रहे पूर्वांचलियों व दलितों को कांग्रेस का परंपरागत वोटर माना जाता है, जिसके दम पर वह दिल्ली में 15 वर्षों तक सत्ता में रही है। उसका यह मजबूत वोट बैंक पिछले चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) के साथ खड़ा हो गया है। अब इसपर भाजपा की नजर है। इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की सत्ता तक पहुंचाने में युवाओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका थी। युवाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बेहद लोकप्रिय हैं। इसलिए पार्टी इनके बीच अपनी स्थिति और मजबूत करना चाहती है।कार्यक्रम को सफल बनानेे की रणनीति तैयार
इसे ध्यान में रखते हुए पार्टी सितंबर से नवंबर तक रामलीला मैदान में तीन बड़ी रैली आयोजित करेगी। सितंबर में पूर्वांचल मोर्चा की रैली होगी। इसकी तैयारी के लिए पूर्वांचल मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मनीष सिंह 185 मंडलों में बैठक कर चुके हैं। लोगों को रैली स्थल में लाने में दिक्कत नहीं हो इसके लिए 500 बस प्रमुखों की भी नियुक्ति हो गई है। इसी महीने सभी 14 संगठनात्मक जिलों में भी कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे ताकि रामलीला मैदान के कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके।21 नेताओं की टोली
अक्टूबर में भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से युवा सम्मेलन होगा। उसके बाद नवंबर में अनुसूचित जाति मोर्चा दलितों की भीड़ जुटाएगी। इसके लिए 21 नेताओं की टोली बनाई गई है और इसी माह प्रदेश से लेकर मंडल स्तर के पदाधिकारियों का सिविक सेंटर में सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
विरोधियों पर होगा वार, गिनाई जाएंगी भाजपा की उपलब्धियां भाजपा के रणनीतिकारों का कहना है कि इन रैलियों के जरिये लोगों को केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। उन्हें बताया जाएगा कि पूर्वांचल, दलितों व युवाओं के लिए किस तरह से नरेंद्र मोदी सरकार काम कर रही है। इसके साथ ही उन्हें यह भी बताया जाएगा कि किस तरह से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूर्वांचलियों, दलितों और युवाओं को धोखा दिया है। उनके साथ किए गए चुनावी वादे पूरे नहीं हुए हैं। इसी तरह से कांग्रेस और अन्य पार्टियों की असलियत बताई जाएगी।
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