नेपाल दूतावास ने दिल्ली महिला आयोग से पूछा किस आधार पर लगाया 'गंदे काम' आरोप
मंगलवार देर रात 1:30 बजे महिला आयोग की सूचना पर दिल्ली पुलिस ने नेपाल मूल की 39 लड़कियों को पहाड़गंज मेन बाजार स्थित होटल हृदय से मुक्त कराया था।
By Amit SinghEdited By: Updated: Fri, 03 Aug 2018 09:07 AM (IST)
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली के पहाड़गंज स्थित होटल से मुक्त कराई गईं 39 नेपाली लड़कियों को नारी निकेतन में रखा गया है। बृहस्पतिवार सुबह दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद जब उनसे दोबारा पूछताछ करने पहुंचीं तो कई लड़कियां उन पर बिफर गईं। उन्होंने कहा कि रोजगार की तलाश में वे खुद दिल्ली आई थीं, लेकिन उन पर गंदा काम करने का आरोप लगा बदनाम कर दिया गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आठ लड़कियों ने स्वाति जयहिंद से कहा कि वे अब किसी सूरत में वापस नेपाल नहीं जाएंगी, क्योंकि उनकी बदनामी हो गई है। इन लड़कियों ने दिल्ली महिला आयोग के रवैये पर जमकर हंगामा किया। हालांकि, बाद में पुलिस ने इन्हें शांत कराया। पुलिस का कहना है कि नारी निकेतन से इन आठों लड़कियों को शुक्रवार को छोड़ दिया जाएगा। शेष 31 लड़कियों के मामले में नेपाल दूतावास ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है।
सूत्रों के मुताबिक, नेपाल दूतावास ने भी मामले में संज्ञान लेते हुए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के बयान पर घोर आपत्ति जताई है। नेपाली दूतावास के अधिकारियों ने पूछा है कि किस आधार पर इन लड़कियों पर गलत काम में संलिप्त होने का आरोप लगाया जा रहा है।
ज्ञात हो कि मंगलवार देर रात 1:30 बजे महिला आयोग की सूचना पर दिल्ली पुलिस ने नेपाल मूल की 39 लड़कियों को पहाड़गंज मेन बाजार स्थित होटल हृदय से मुक्त कराया था। ये लड़कियां अलग-अलग तिथियों में अपने रिश्तेदारों व खास परिचितों के साथ नेपाल से रोजगार की तलाश में दिल्ली आई थीं और अलग-अलग कमरे में ठहरी हुई थीं। सभी ने होटल में ठहरने के लिए जरूरी दस्तावेज मुहैया कराए थे। पुलिस का कहना है कि लड़कियों को कमरे से बाहर निकालकर दूसरे कमरे में ले जाया गया, जहां स्वाति जयहिंद ने उनसे अकेले में घंटों बात की। उस दौरान महिला पुलिस को भी बाहर निकाल दिया गया था।
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