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एम्स 10 मरीजों का निशुल्क करेगा फेफड़ा प्रत्यारोपण

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : एम्स दस मरीजों का निशुल्क करेगा फेफड़ा प्रत्यारोपण।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 03 Aug 2018 08:15 PM (IST)
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एम्स 10 मरीजों का निशुल्क करेगा फेफड़ा प्रत्यारोपण

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : हार्ट प्रत्यारोपण को सफलतापूर्वक संचालित करने के बाद एम्स फेफड़ा प्रत्यारोपण शुरू करने की तैयारी में है। खास बात यह कि शुरुआत में करीब 10 मरीजों को निशुल्क प्रत्यारोपण किया जाएगा। सर्जरी के अलावा मरीजों को दवाएं भी एम्स निशुल्क उपलब्ध कराएगा। इसके लिए एम्स जल्द ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में प्रस्ताव भेजेगा।

एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि लंबे समय से यह सुविधा शुरू करने की बात की जा रही थी। फेफड़ा प्रत्यारोपण, हार्ट व लीवर प्रत्यारोपण से अधिक जटिल सर्जरी है। एक तो डोनर मिलना मुश्किल होता है और डोनर यदि मिल भी जाए तो उसके प्रत्यारोपण के अनुकूल मरीज ढूंढना मुश्किल होता है, क्योंकि दान में मिला फेफड़ा हर मरीज को नहीं लग सकता। फेफड़ा मरीज की छाती में उसके लिए मौजूद जगह से छोटा या बड़ा होने पर प्रत्यारोपण मुश्किल होता है। इन तथ्यों को ध्यान में रखकर अब प्रत्यारोपण शुरू करने के लिए तैयारी चल रही है। डॉक्टर व पैरामेडिकल कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। दो-तीन महीने में प्रत्यारोपण शुरू हो जाएगा। कार्डियोथोरेसिक सर्जरी, कार्डियोलॉजी, पल्मोनरी मेडिसिन के विशेषज्ञों की टीम इसमें शामिल होगी। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि प्रत्यारोपण के बाद मरीजों को किस आइसीयू व आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा इसकी भी व्यवस्था की जा रही है।

फेफड़ा प्रत्यारोपण पर हार्ट प्रत्यारोपण की तुलना में अधिक खर्च आता है। एक मरीज के प्रत्यारोपण पर 20 से 30 लाख रुपये खर्च आएगा। संस्थान की योजना है कि शुरुआत में करीब 10 मरीजों को यह निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इसके लिए एम्स केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से बजट की मांग करेगा। कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. संदीप सेठ ने कहा कि जल्दी ही मंत्रालय में इसका प्रस्ताव भेजा जाएगा। एम्स के ऑर्बो (ऑर्गेन रिट्रीवल बैंकिंग ऑर्गेनाइजेशन) की प्रभारी डॉ. आरती विज ने कहा कि उम्मीद है कि मंत्रालय से प्रस्ताव को जल्दी स्वीकृति मिल जाएगी।

10 में से एक डोनर हार्ट दान के लिए होता है योग्य

डॉ. संदीप सेठ ने कहा कि ब्रेन डेड घोषित तीन डोनर में से कोई एक फेफड़ा दान करने के योग्य होता है। फेफड़े में संक्रमण की आशंका ज्यादा रहती है। इसलिए 10 ब्रेन डेड डोनर में से किसी एक का फेफड़ा दान हो पाता है। हाल के दिनों में अंगदान बढ़ा है। इसलिए उम्मीद है कि हार्ट प्रत्यारोपण की तरह फेफड़ा प्रत्यारोपण कार्यक्रम भी सफल होगा।

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