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पार्षद का आधुनिक प्रयोग, चुटकी में समस्याओं का समाधान

निहाल सिंह, नई दिल्ली कहते हैं कि अगर इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान आसानी

By JagranEdited By: Updated: Fri, 03 Aug 2018 10:36 PM (IST)
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पार्षद का आधुनिक प्रयोग, चुटकी में समस्याओं का समाधान
निहाल सिंह, नई दिल्ली

कहते हैं कि अगर इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान आसानी से किया जा सकता है। इस वाक्य को चरितार्थ दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की पार्षद अनामिका ने कर दिखाया है। वे आधुनिक तकनीक से पलभर में समस्याओं का समाधान करने में जुटी हैं। इसे इच्छाशक्ति ही कहेंगे कि एक वर्ष में आठ हजार लोगों की समस्याओं का समाधान कर चुकी हैं। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की हरिनगर से पार्षद अनामिका सिंह ने पार्षद चुने जाने के साथ ई-शिकायत प्रणाली शुरू की थी। इसका उद्देश्य नागरिकों की आम समस्याओं का समाधान करना था। इसके लिए उन्होंने एक गूगल लिंक बनाकर अपने क्षेत्र के लोगों को वाट्सएप और एसएमएस के जरिये भेज दिया। साथ ही लोगों से अपील की गई कि वे उनके दफ्तर के चक्कर लगाने के बजाय खुद इस लिंक पर अपनी समस्या की जानकारी दें। शुरुआत में तो बहुत कम संख्या में इससे शिकायतें आ रही थी, लेकिन उनके पार्षद कार्यालय में आने वाले लोगों को जब इसकी जानकारी दी गई तो अब रोजाना 50 से 80 शिकायतें आ रही है।

24 घंटे के भीतर होता है समाधान, शिकायतकर्ता का संतुष्ट होना है जरूरी

अनामिका बताती हैं कि उन्होंने अपने घर में एक ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित कर रखा है, जिसमें उनके बच्चे भी मदद करते है। जो भी शिकायत ऑनलाइन माध्यम से आती है उनके बच्चे उसकी जानकारी उन्हें फोन पर देते हैं। इसके बाद वे संबंधित अधिकारियों को इस पर कार्रवाई करने के निर्देश देती है। अनामिका ने बताया कि जिस कर्मचारी को ऑनलाइन शिकायत का निवारण करने की जिम्मेदारी दी जाती है उसे एक फॉर्म भी दिया जाता है। इसके फॉर्म पर कर्मचारी को शिकायतकर्ता का फीडबैक लिया जाता है, जो शिकायतकर्ता को ही भरवाना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि संतुष्टि के आधार पर इसे फिर से जांचा जाता है। उनके कार्यालय से भी संतुष्टि की जानकारी ली जाती है। अगर शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं होता है तो फिर से कर्मचारी भेजकर उसकी शिकायत पर कार्रवाई की जाती है। उन्होंने बताया कि हर शिकायत पर 24 घंटे के भीतर समाधान किया जाता है।

सबसे ज्यादा शिकायत नाली की सफाई की

पार्षद अनामिका सिंह बताती है कि लोगों की सबसे ज्यादा शिकायत नाली की सफाई की आती है। इसके लिए उन्होंने सफाई कर्मचारियों को भी निर्देश दिए हुए हैं कि लोगों की नाली सफाई की शिकायतों में कमी आनी चाहिए, क्योंकि इससे यह भी संदेश जाता है कि नालियों की सफाई में लापरवाही बरती जा रही है। अनामिका सिंह ने बताया कि एक वर्ष में उनके इस ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से 8354 शिकायतें दर्ज हुई। इसमें 54.8 फीसद शिकायतें नाली की सफाई की थी तो 18 फीसद शिकायतें स्ट्रीट लाइट से संबधित थी और 11 फीसद शिकायतें कूड़ा उठवाने की थी।

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