स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा लिए वाट्सएप बनेगा हथियार, पुलिस अधिकारी व प्रिंसिपल होंगे शामिल
वाट्सएप ग्रुप को बनाने का उद्देश्य यह है कि स्कूल प्रमुख आपातकाल में इसका इस्तेमाल सूचना पहुंचाने के लिए कर सकें। साथ ही जरूरत पड़ने पर समय रहते पुलिस भी कार्रवाई कर सके।
By Edited By: Updated: Sun, 26 Aug 2018 10:02 PM (IST)
नई दिल्ली [मनोज भट्ट]। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा और उनके खिलाफ होने वाली घटनाओं की रोकथाम के लिए वाट्सएप ग्रुप हथियार बनेगा। शिक्षा निदेशालय एक ऐसा वाट्सएप ग्रुप बनाने जा रहा है, जिसमें स्थानीय पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों समेत स्कूल प्रिंसिपल शामिल होंगे। इस ग्रुप को बनाने का उद्देश्य यह है कि स्कूल प्रमुख आपातकाल में इसका इस्तेमाल सूचना पहुंचाने के लिए कर सकें। साथ ही जरूरत पड़ने पर समय रहते पुलिस भी कार्रवाई कर सके।
आपस में निकटता से जुड़े रहें अधिकारी शिक्षा निदेशक संजय गोयल ने इस संबंध में आदेश जारी किया है, जिसमें दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त से भी आग्रह किया है कि वे अपने सभी थाना प्रभारी को इस संबंध में निर्देश जारी करें। शिक्षा निदेशक की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि बीते दिनों स्कूली बच्चों के साथ हुई घटना के बाद से यह जरूरी हो गया है कि स्कूल प्रमुख, जोनल समेत जिला उपशिक्षा निदेशक, स्थानीय थाना प्रभारी और सहायक पुलिस आयुक्त आपस में निकटता से जुड़े रहें।
सोशल मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है
यह देखा गया है कि आपातकाल में पुलिस और स्कूल के बीच टेलीफोन के जरिये संपर्क करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे समय में सोशल मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके माध्यम से महत्वपूर्ण सूचना तुरंत भेजी जा सकती हैं। निदेशक ने अपने आदेश में सभी जोनल उपशिक्षा निदेशकों को निर्देशित किया है कि वे सभी स्कूल प्रमुखों को लिखित में उनसे संबंधित थाना प्रभारियों के मोबाइल नंबर उपलब्ध कराएं, जिससे संस्थागत वाट्सएप ग्रुप तैयार हो सकें, जिसमें दोनों तरफ से सूचनाओं का आदान-प्रदान हो सके।निदेशक ने अपने आदेश में जोनल उप निदेशकों को स्पष्ट किया है कि संबंधित थाना प्रभारी अगर इस संबंध में कार्रवाई नहीं कर रहा है तो वह इस मामले से जिला उपशिक्षा निदेशक को अवगत कराएं। ऐसी स्थिति में वे इस बारे में सहायक पुलिस आयुक्त से बात करेंगे।
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