क्राइम ब्रांच ने दाती महाराज से आठवीं बार की पूछताछ, पुलिस को है इस रिपोर्ट का इंतजार
दाती के चार मोबाइल फोन व छतरपुर स्थित उसके शनिधाम आश्रम में लगे सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेजा गया है। वहां से रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
By Edited By: Updated: Mon, 27 Aug 2018 09:23 PM (IST)
नई दिल्ली [जेएनएन]। दुष्कर्म के आरोपी दाती महाराज (मदन लाल) से क्राइम ब्रांच ने आठवीं बार चाणक्यपुरी स्थित कार्यालय में करीब तीन घंटे तक पूछताछ की। उसके तीन सौतेले भाइयों से भी तीन बार पूछताछ हो चुकी है। सबूत नहीं मिलने की बात कह क्राइम ब्रांच ने अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। क्राइम ब्रांच का कहना है कि दो महीने पहले दाती के चार मोबाइल फोन व छतरपुर स्थित उसके शनिधाम आश्रम में लगे सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकार्डर) को जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेजा गया है। वहां से रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
सबूतों के आधार पर लिया जाएगा गिरफ्तारी का फैसला चारों मोबाइल फोन में से किसी से भी दाती ने पीड़ित युवती से बात की होगी या वाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजा होगा और बाद में डिलीट भी कर दिया होगा तो उसके बारे में जानकारी मिल जाएगी। किसी भी व्यक्ति को भेजे गए अंतिम 20 मैसेज तक का पता लैब में लगाया जा सकता है। डीवीआर से भी जानकारी मिल सकती है कि पीड़िता छतरपुर कब-कब आई थी। इन सबूतों के आधार पर दाती व उसके भाइयों की गिरफ्तारी को लेकर निर्णय लिया जाएगा।
चरण वंदना के लिए दिल्ली बुलाया गया
पीड़ित युवती (25) का आरोप है कि 9 जनवरी 2016 को राजस्थान के पाली आश्रम से करीब 45 युवतियों को चरण वंदना (पैर दबाने) के लिए दिल्ली बुलाया गया था। उसी रात दाती और उसके तीन सौतेले भाइयों ने पहली बार दुष्कर्म किया था। इसके बाद 26, 27 व 28 मार्च 2016 को पाली स्थित आश्रम में चारों ने दुष्कर्म किया। वह राजस्थान में परिवार के साथ रहती हैं। परिजनों ने करीब दस साल पहले पढ़ाई के लिए उन्हें दाती के पाली स्थित बालाग्राम गुरुकुल आश्रम में भेजा था। बाद में उन्हें छतरपुर स्थित आश्रम में भेज दिया गया था।
आश्रम में दस बार जांच कर चुकी है पुलिस
पीड़िता का कहना है कि धमकी के डर से उन्होंने दो साल तक किसी को आपबीती नहीं बताई। इस साल दस जून को दाती व उसके तीन सौतेले भाइयों के खिलाफ फतेहपुरबेरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस छतरपुर स्थित दाती के आश्रम व पाली स्थित आश्रम में दस बार जांच कर चुकी है, लेकिन ठोस सबूत नहीं मिले।
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