...तो क्या नवजात को बंदर उठाकर ले गया था छत पर, कब और कैसे सुलझेगी ये गुत्थी
पुलिस पूछताछ में विद्यापति ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि बच्चा घर की छत पर कैसे आया। अंदाजा लगाया जा रहा है कि बंदर ने कहीं से लाकर छोड़ा है।
By Edited By: Updated: Mon, 27 Aug 2018 09:23 PM (IST)
नई दिल्ली [जेएनएन]। मां की गोद से एक नवजात बिछड़ा तो उसे मौत ने अपने पंजे में जकड़ लिया। शायद मां नहीं चाहती थी कि वह उसे अपने आंचल की छांव दे। घटना संगम विहार की है। एक नवजात लावारिस हालत में मकान की छत पर मिला। स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसके शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। लोगों को मानना है कि बंदर उसे कहीं से उठाकर लाया होगा और छत पर छोड़ दिया।
उपचार के दौरान हुई मौत वहीं, घटना के चार दिन बाद भी न तो पुलिस उसके माता-पिता तक पहुंच सकी और न ही किसी दंपती ने नवजात के लापता होने की सूचना पुलिस को दी। संगम विहार की गली नंबर 16 में विद्यापति परिवार के साथ रहते हैं। शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे उन्हें छत पर नवजात के रोने की आवाज सुनाई दी। वह छत पर पहुंचे तो वहां बच्चा लावारिस हालत में पड़ा था। बिना देरी किए वह बच्चे को लेकर पास के मजीदिया अस्पताल पहुंचे। चिकित्सकों ने नवजात का इलाज शुरू किया, लेकिन उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले
अस्पताल से पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस पूछताछ में विद्यापति ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि बच्चा घर की छत पर कैसे आया। अंदाजा लगाया जा रहा है कि बंदर ने कहीं से लाकर छोड़ा है। पुलिस के अनुसार प्राथमिक जांच में बच्चे के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले। हो सकता है कि रातभर छत पर होने की वजह से उसकी तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया।
आसपास के सभी थानों में दी गई जानकारी संगम विहार थाना पुलिस ने शव को एम्स में सुरक्षित रखवा दिया है। चार दिन से पुलिस यह जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है कि नवजात किसका था और छत पर कैसे और कहां से पहुंचा? आसपास के सभी थानों में इसकी जानकारी दे दी गई है।
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