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सर्दियों में स्वच्छ हवा में सांस नहीं ले पाएंगे आप, टल सकता है 102 शहरों का स्वच्छ वायु अभियान

अब तक सिर्फ 30 शहरों का प्लान ही क्रियान्वयन के लिए तैयार हो पाया है। 36 शहरों को संशोधित प्लान भेजने का निर्देश दिया गया है। सात शहरों के प्लान की अभी समीक्षा हो रही है, जबकि 73 शहरों के प्लान पर काम किया जाना है।

By Amit MishraEdited By: Updated: Wed, 29 Aug 2018 08:23 AM (IST)
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सर्दियों में स्वच्छ हवा में सांस नहीं ले पाएंगे आप, टल सकता है 102 शहरों का स्वच्छ वायु अभियान
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। 15 सितंबर से देश के 102 शहरों में शुरू होने वाला स्वच्छ वायु अभियान टलता नजर आ रहा है। वजह कई शहरों के लिए अभियान की कार्य योजना ही तैयार नहीं हो पाई है। ऐसे में इस बार भी सर्दियों में इन शहरों के निवासी बेहतर हवा में सांस नहीं ले पाएंगे।

नेशनल एयर क्वालिटी स्टैंडर्ड पर खरे नहीं उतरे 102 शहर 

गौरतलब है कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा तैयार रिपोर्ट के मुताबिक देश भर के 102 शहर नेशनल एयर क्वालिटी स्टैंडर्ड पर खरे नहीं उतरे हैं। हालांकि ये शहर 22 राज्यों से हैं। 17 शहर अकेले महाराष्ट्र के हैं। दूसरे नंबर पर 15 शहर उत्तर प्रदेश, 8 शहर पंजाब और 7 शहर हिमाचल प्रदेश के हैं।

दो बार ही होती है मॉनिटरिंग  

इन शहरों में सल्फर डाइऑक्साइड, ऑक्साइड ऑफ नाइट्रोजन, पीएम 10 और पीएम 2.5 की हफ्ते में केवल दो बार ही मॉनिटरिंग होती है। इसीलिए केंद्रीय वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने इन सभी शहरों में स्वच्छ वायु अभियान चलाने की योजना तैयार की है। इस अभियान के तहत इन शहरों में प्रदूषण की स्थिति में सुधार किया जाएगा।

स्वच्छ वायु अभियान का लटकना तय

जानकारी के मुताबिक अब तक सिर्फ 30 शहरों का प्लान ही क्रियान्वयन के लिए तैयार हो पाया है। 36 शहरों को संशोधित प्लान भेजने का निर्देश दिया गया है। सात शहरों के प्लान की अभी समीक्षा हो रही है, जबकि 73 शहरों के प्लान पर काम किया जाना है। ऐसे में इस स्वच्छ वायु अभियान का लटकना तय है। इस सच्चाई से सीपीसीबी के आला अधिकारी भी इंकार नहीं कर सकते।

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उत्तर प्रदेश, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के प्रदूषित शहर

उत्तर प्रदेश: इलाहाबाद, अनपारा, बरेली, फिरोजाबाद, गजरौला, गाजियाबाद, झांसी, कानपुर, खुर्जा, लखनऊ, मुरादाबाद, नोएडा, रायबरेली, वाराणसी।

पंजाब: डेरा बस्सी, गोबिंदगढ़, जालंधर, खन्ना, लुधियाना, नया नांगल, पठानकोट, पटियाला।

हिमाचल प्रदेश: बददी, दमताल, कालाअंब, नालागढ़, पोंटा साहिब, परवानू, सुंदर नगर।

सीपीसीबी के सदस्य सचिव प्रशांत गार्गवा का कहना है कि दरअसल, हम इन सभी शहरों के एक्शन प्लान को ज्यादा बेहतर और पुख्ता बनाने में लगे हुए हैं। हमारे पास कुछ सुझाव और इनपुट भी आए हैं। ऐसे में अभियान शुरू होने में थोड़ा समय लग सकता है।

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