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'मेक इन इंडिया' का कमाल, स्मार्ट कोच वाली ट्रेनें रखेंगी यात्रियों का ख्याल, पढ़ें- खास खूबियां

स्मार्ट कोच के पहियों पर वाइब्रेशन सेंसर लगाए गए हैं। इसकी मदद से कोच या पटरी में किसी तरह की खामी का तुरंत पता लगाया जा सकेगा।

By Edited By: Updated: Wed, 29 Aug 2018 08:23 AM (IST)
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'मेक इन इंडिया' का कमाल, स्मार्ट कोच वाली ट्रेनें रखेंगी यात्रियों का ख्याल, पढ़ें- खास खूबियां
नई दिल्ली [राज्य ब्यूरो]। रेल यात्रियों के सफर को सुरक्षित, यादगार व सुहाना बनाने के लिए अब स्मार्ट कोच वाली ट्रेन चलेगी। ये कोच यात्रियों की जरूरतों का खुद ध्यान रखेंगे। इसके साथ ही यात्रा को भी सुरक्षित बनाएंगे। इस तरह के स्मार्ट कोच रायबरेली स्थित रेलवे की मॉडर्न कोच फैक्ट्री में बनाए जा रहे हैं। इस श्रेणी का पहला कोच मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शित किया गया।

कोच या पटरी की खामी की मिलेगी जानकारी

यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए स्मार्ट कोच में पैसेंजर इंफॉर्मेशन एंड कोच कंप्यूटिंग यूनिट लगाई गई है। इससे कोच के अंदर की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखी जा सकेगी। इसके साथ ही स्मार्ट कोच के पहियों पर वाइब्रेशन सेंसर लगाए गए हैं। इसकी मदद से कोच या पटरी में किसी तरह की खामी का तुरंत पता लगाया जा सकेगा। खामी का पता लगते ही सेंसर तुरंत एक अलर्ट रेलवे के कंट्रोल रूम को भेजेगा। ऐसे में समय रहते खामी दूर हो सकेगी। कोच के अंदर सीसीटीवी भी लगाए गए हैं। इससे आपराधिक गतिविधियों को रोकने में मदद मिलेगी।

पानी-बिजली की नहीं होगी दिक्कत

अक्सर बीच रास्ते में कोच में पानी खत्म हो जाता है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्मार्ट कोच में इस तरह की परेशानी नहीं होगी। इस कोच में ऐसे सेंसर लगाए गए हैं, जो कोच में पानी की कमी होने पर तुरंत अगले रेलवे स्टेशन पर संदेश भेज देगा। वहां ट्रेन पहुंचने पर उसमें पानी भरा जा सकेगा। कोच के अंदर किसी प्रकार की असुविधा होने या आपात स्थिति में यात्री कोच में लगे बटन को दबाकर ट्रेन सुपरिटेंडेंट को जानकारी दे सकेंगं।

100 कोच बनाने की है तैयारी

रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार रायबरेली फैक्ट्री में इस तरह के 100 स्मार्ट कोच बनाने की तैयारी है। इससे आने वाले दिनों में यात्रियों को स्मार्ट कोच में सफर करने का अवसर मिलेगा।

स्मार्ट कोच में अन्य उपलब्ध सुविधाएं:
-कोच में वातानुकूलित (एसी), आग की पहचान वाले यंत्र, अलार्म भी लगाए गए हैं।
-ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) आधारित यात्री उद्घोषणा और सूचना प्रणाली और डिजिटल गंतव्य बोर्ड। ट्रेन की गति के बारे में भी जानकारी मिलेगी।
-लंबी दूरी की ट्रेनों में एसी तापमान की निगरानी की जा सकती है।
-कोच में वाई-फाई हॉट स्पॉट सूचना प्रणाली भी प्रदान की गई है। इससे यात्री अपने मोबाइल फोन, टैब और लैपटॉप पर फिल्म, गाने और सरकारी योजना आदि जैसे कार्यक्रम देख सकते हैं।

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने किया निरीक्षण

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी ने स्मार्ट कोच का निरीक्षण किया। इस मौके पर मॉडर्न कोच फैक्टरी रायबरेली के महाप्रबंधक राजेश अग्रवाल, उत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर अरुण अरोरा और यांत्रिक विभाग के अन्य उच्च अधिकारी मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि स्मार्ट कोच स्वदेशी तौर पर मेक इन इंडिया के तहत बनाया गया है। सामान्य कोच की तुलना में इसे बनाने में करीब 14 लाख रुपये अधिक लगे हैं। इससे यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसके साथ ही इससे कोच व रेल पटरियों के रखरखाव में मदद मिलेगी।

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