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गुरुग्राम: एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या, इलाके में दहशत का माहौल

पड़ोसी दरवाजा खोलकर घर के अंदर पहुंचे। देखा कि फूलवती एवं उनके बेटे मनीष का शव जमीन पर लहूलुहान पड़ा था। बहू पिंकी की लाश फंदे से लटकी थी।

By Amit MishraEdited By: Updated: Thu, 30 Aug 2018 08:55 AM (IST)
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गुरुग्राम: एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या, इलाके में दहशत का माहौल
गुरुग्राम [जेएनएन]। पटौदी ब्लाक के गांव ब्रजपुरा में बुधवार शाम एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई। तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि घायल डेढ़ वर्षीय बच्ची ने अस्पताल ले जाने के दौरान दम तोड़ दिया। ढाई साल का मासूम बच्चा सुरक्षित है। आशंका है कि बच्ची मां की गोद में रही होगी, झगड़े के दौरान गिरने से उसे चोट लगी होगी। सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई।

मौके पर पुलिस जांच कर रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर हत्याकांड को किसने और क्यों अंजाम दिया। बुधवार शाम प्रतिदिन की तरह दूधिया फूलवती के घार दूध देने पहुंचा था। उसने दरवाजा खटखटाया तो कोई अंदर से नहीं निकला। उसने पड़ोसी से कहा कि क्या लोग बाहर गए हैं। इसके बाद पड़ोसी दरवाजा खोलकर घर के अंदर पहुंचे। देखा कि फूलवती एवं उनके बेटे मनीष का शव जमीन पर लहूलुहान पड़ा था। बहु पिंकी का शव फंदे से लटका हुआ था। उसके दोनों हाथ की नसें कटी हुई थीं। सिर व शरीर पर भी कई जगह चोट के निशान थे।

फूलवती एवं मनीष के सिर सहित कई जगह चोट के निशान थे। मनीष की बेटी घायल पड़ी हुई थी। ढाई साल का बेटा सुरक्षित कोने में बैठा था। वह कुछ भी नहीं बोल पा रहा है। बच्ची को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत गंभीर देखते हुए वहां से गुरुग्राम जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया, मगर रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।

वहीं, एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या व एक बच्ची की मौत से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। गांव के सरपंच करण सिंह ने बताया कि मनीष की रेवाड़ी के नजदीक कपड़े की दुकान है। उसकी किसी से दुश्मनी भी नहीं थी। कभी किसी से लड़ाई हुई हो, ऐसा भी नहीं। फिर किसने व क्यों परिवार को समाप्त कर दिया, समझ में नहीं आ रहा है। मानेसर के पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार ने बताया कि मामले की हर स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है। स्थानीय थाना पुलिस से लेकर क्राइम ब्रांच की कई टीमें लगा दी गई हैं। फारेंसिक जांच टीम भी लग गई है। जल्द ही पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी।

शरीर पर मिले चोट के निशान 

बुधवार शाम प्रतिदिन की तरह दूधिया दूध देने के लिए पहुंचा था। उसने दरवाजा खटखटाया तो कोई अंदर से नहीं निकला। उसने पड़ोसी से कहा कि क्या लोग बाहर गए हैं। इसके बाद पड़ोसी दरवाजा खोलकर घर के अंदर पहुंचे। देखा कि फूलवती एवं उनके बेटे मनीष का शव जमीन पर लहूलुहान पड़ा था। बहू पिंकी की लाश फंदे से लटकी थी। उसके दोनों हाथ की नस कटी थी। सिर व शरीर पर भी कई जगह चोट के निशान थे।

कोने में बैठा था बेटा

फूलवती एवं मनीष के सिर सहित कई जगह चोट के निशान हैं। मनीष की बेटी घायल पड़ी हुई थी। ढाई साल का बेटा पूरी तरह सुरक्षित एक कोने में बैठा था। वह कुछ भी नहीं बोल पा रहा है। बच्ची को नजदीक एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत गंभीर देखते हुए गुरुग्राम जिला अस्पताल रेफर किया गया लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।

जारी है जांच 

इधर, मानेसर के पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार ने बताया कि मामले की हर स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है। स्थानीय थाना पुलिस से लेकर क्राइम ब्रांच की कई टीमें लगा दी गई हैं। फॉरेंसिक जांच टीम भी लग गई है। जल्द ही पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी। 

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