मोहल्ला क्लीनिक में कराने आते इलाज पर यहां तो हैं बीमार होने के इंतजाम
गीता कॉलोनी स्थित श्मशान घाट के सामने बने मोहल्ला क्लिनिक के बाहर गंदगी व अतिक्रमण से डॉक्टर व मरीज परेशान हैं। लोग यहां इलाज कराने आते हैं लेकिन क्लीनिक के बाहर ही इतनी गंदगी है कि यहां आकर ही वह बीमार पड़ सकते हैं। क्लीनिक के बाहर पानी जमा हुआ है, जिससे मच्छरों के पैदा होने का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि क्लिनिक के अंदर तो साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक-ठाक है लेकिन बाहर के हालात काफी बदतर हैं। डॉ. चारू क्लिनिक इंचार्ज ने बताया कि यहां व्यवस्थाओं की काफी कमी है। बाहर अतिक्रमण व गंद
फोटो-30ईएनडी-701,702 अव्यवस्था
- गीता कॉलोनी में क्लीनिक के सामने है गंदगी का अंबार
- नहीं है शौचालय की व्यवस्था, पास ही लोग खड़े होकर करते हैं पेशाब जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : मोहल्ला क्लीनिक अरविंद केजरीवाल सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट है लेकिन इसकी हालत देखकर ऐसा प्रतीत नहीं होता। नजीर के रूप में है गीता कॉलोनी स्थित श्मशान घाट के सामने का मोहल्ला क्लीनिक, जहां गंदगी व अतिक्रमण के कारण मरीज आना नहीं चाहते। यहां लोग आते तो हैं इलाज कराने लेकिन क्लीनिक के बाहर इतनी गंदगी है कि यहां आकर बीमार पड़ जाने का खतरा है। हालत यह है कि यहां शौचालय तक नहीं है और लोग मोहल्ला क्लीनिक वाली सड़क के किनारे ही खड़े होकर पेशाब करते हैं। इससे क्लीनिक में आई महिलाएं असहज हो जाती हैं।
मोहल्ला क्लीनिक के अंदर तो साफ-सफाई है लेकिन बाहर की गंदगी यहां आने वाले लोगों को परेशान करती है। जलभराव के कारण यहां दिन में भी मच्छर काटते हैं। क्लीनिक के इंचार्ज डॉ. चारू ने बताया कि यहां काफी अव्यवस्था है। गंदगी व अतिक्रमण के सभी को दिक्कत होती है। यहां तक कि हमें अपनी गाड़ी खड़ी करने तक के लिए जगह नहीं मिल पाती है। पहले तो यहां पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। कुछ समय पहले से ही टैंक के पानी की व्यवस्था की जा रही है। यहां शौचालय न होने से क्लीनिक के बाहर ही आते-जाते लोग खुले में शौच करते हैं जिससे यहां काम करने वाली व इलाज कराने आई महिलाओं को काफी असहजता महसूस होती है। हमने कई बार यहां पर्दे लगाने के लिए भी कहा ताकि कम से कम बाहर की गतिविधियां तो नजर नहीं आएंगी लेकिन अभी तक इसकी व्यवस्था भी नहीं की गई।
क्लीनिक के बाहर ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी ने बताया कि यहां कबाड़ व टूटा-फूटा सामान पड़ा रहता है जबकि इसकी सफाई कर पौधे लगाए जा सकते हैं। मरीजों को भी स्वच्छ हवा मिलनी चाहिए। यहां इलाज कराने आए लोग तो गंदगी के कारण और बीमार ही हो जाएंगे।