बिजली उत्पादन में वृद्धि के साथ पर्यावरण संरक्षण जरूरी
-स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन पर बोले केंद्रीय मंत्री आरके सिंह -कहा, सौर ऊर्जा जैसे विकल्पों को दिया
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा है कि बिजली उत्पादन बढ़ाने के साथ- साथ पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखा जाना भी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा, यह सही है कि ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने का पर्याय मानी जाती है, लेकिन इसके लिए स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के स्त्रोतों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
सिंह बृहस्पतिवार को जनपथ स्थित होटल ली मेरिडियन में स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन पर आयोजित दो दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। सम्मेलन का आयोजन यूनाइटेड स्टेटस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूसेड) और इंटीग्रेटेड रिसर्च एंड एक्शन फॉर डेवलपमेंट (इराडे) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। इस अवसर पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने आगे कहा कि सस्ती, विश्वसनीय और स्वच्छ ऊर्जा किसी भी देश की पहली प्राथमिकता होती है। लिहाजा, सौर ऊर्जा सहित ऐसे अन्य विकल्पों को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए जिनसे बिना प्रदूषण बिजली का उत्पादन संभव हो।
उन्होंने सार्क (साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रिजनल कोऑपरेशन) देशों के बीच ऊर्जा क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाए जाने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि अगर सार्क के सभी देश इस दिशा में सहयोग करेंगे तो इससे ऊर्जा की दरें कम होंगी। सार्क सचिवालय में ऊर्जा निदेशक अली हैदर अल्ताफ ने बताया कि इस दिशा में 2014 में ही एक एमओयू हस्ताक्षर हो चुका है। एक ऊर्जा नियामक फोरम भी बना दिया गया है ताकि ऐसे प्रयासों को बढ़ावा दिया जा सके।
इराडे की कार्यकारी निदेशक डॉ. ज्योति पारेख ने भी इस बाबत किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ऊर्जा के क्षेत्रीय स्तर पर आदान-प्रदान करने के लिए प्लेटफार्म तैयार करना आवश्यक है। इस कड़ी में करीब 500 विशेषज्ञों का समूह तैयार हो चुका है और 20 से अधिक अध्ययन रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी हैं।