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यूपी राशन घोटालाः 31 राशन डीलरों के खिलाफ एफआइआर, 80 की भूमिका संदिग्ध

अभी तक की जांच में यह भी सामने आ रहा है कि फर्जीवाड़े में राशन डीलरों के साथ ही विभाग के कुछ लोग भी शामिल हैं। 43 जिलों में चल रही है घोटाले की जांच।

By Amit SinghEdited By: Updated: Fri, 31 Aug 2018 03:53 PM (IST)
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यूपी राशन घोटालाः 31 राशन डीलरों के खिलाफ एफआइआर, 80 की भूमिका संदिग्ध

नोएडा (जेएनएन)। यूपी में बड़े स्तर पर आधार नंबर के साथ छेड़छाड़ कर सरकारी राशन में घोटाला किया गया है। इसके बाद राज्य सरकार ने मामले में सभी जिलों में राशन घोटाले की जांच के आदेश दिए हैं। इसमें गौतमबुद्धनगर का नाम भी शामिल है। अब तक की जांच में नोएडा व ग्रेटर नोएडा के 80 राशन डीलरों की भूमिका संदिग्ध मिली है। इनमें से इनमें से 31 के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दी गई है। सरकारी राशन घोटाले को लेकर जिले में की गई ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।

जिलाधिकारी के आदेश पर जिला पूर्ति विभाग ने 31 राशन डीलरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। प्रशासन जल्द ही कुछ अन्य राशन डीलरों के खिलाफ भी एफआइआर करा सकता है। कुछ दिन पहले भी जिला प्रशासन ने राशल घोटाले को लेकर छह डीलरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।

राशन वितरण में हुए फर्जीवाड़े की जांच में प्रशासन ने पाया कि मामले में राशन डीलरों की भूमिका है। कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने नोएडा में 20, दादरी में 04 व ग्रेटर नोएडा में 07 राशन डीलरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। जिले में अब तक 37 के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है। जिला पूर्ति अधिकारी आरएन यादव ने बताया कि घोटाले में 31 राशन डीलरों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया गया है। अभी तक की जांच में 80 राशन डीलरों के नाम सामने आए हैं। इनमें से अब तक 37 के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है अन्य के खिलाफ प्रशासन जल्द मामला दर्ज करा सकता है।

प्रदेश के 43 जिलों में हुआ है घोटाला

आधार नंबर बदलकर प्रदेश के 43 जिलों में ई-पोश मशीनों में छेड़छाड़ कर राशन वितरण का घोटाला सामने आया है। घोटाला सामने आने के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आया था। जांच के बाद जिले में छह राशन डीलरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। टीम गठित कर जांच की जा रही थी। जांच में 80 कोटेदारों के नाम सामने आएं हैं। इनके यहां से राशन वितरण में फर्जीवाड़ा हुआ है।

टीम यह जांच करने में जुट गई है कि राशन डीलरों के यहां से कितने लोगों के आधार नंबर का उपयोग कर फर्जीवाड़ा हुआ है। अभी तक की जांच में यह भी सामने आ रहा है कि फर्जीवाड़े में राशन डीलरों के साथ ही विभाग के कुछ लोग भी शामिल हैं। टीम अलग-अलग बिंदुओं पर जांच कर रही है।

जिलापूर्ति अधिकारी आरएन यादव ने बताया राशन डीलरों को नोटिस जारी किया गया। नोटिस के माध्यम से स्पष्टीकरण मांगा गया है। यदि दुकानदार स्पष्ट जबाव नहीं देते हैं तो इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा। जिसके बाद इनकी दुकानों को निरस्त करने की कार्रवाई भी की जाएगी।

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