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डीयू इलेक्शनः छात्र संगठनों को डर है कहीं नोटा से न हार जाएं

छात्र संगठन, छात्रों को समझा रहे हैं कि नोटा की जगह किसी उम्मीदवार को वोट दें। दरअसल पिछले दो चुनावों में नोटा की संख्या काफी ज्यादा रही है।

By Amit SinghEdited By: Updated: Fri, 31 Aug 2018 07:02 PM (IST)
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डीयू इलेक्शनः छात्र संगठनों को डर है कहीं नोटा से न हार जाएं

नई दिल्ली (राहुल मानव)। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में नोटा पर सभी छात्र संगठनों का ध्यान है। कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) और भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता ज्यादा से ज्यादा छात्रों से संपर्क कर रहे हैं।

इन दोनों ही छात्र संगठनों की सबसे बड़ी चिंता नोटा (इनमें से कोई नई) है। वर्ष 2016 के डूसू चुनाव में 17 हजार मत और वर्ष 2017 में सात हजार से ज्यादा मत नोटा की झोली में गए थे। एबीवीपी और एनएसूआइ के बीच अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिव के पदों पर कांटे की टक्कर रही थी।

एबीवीपी के दिल्ली प्रदेश मंत्री भरत खटाना ने कहा कि छात्रों को नोटा न देने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। एनएसयूआइ के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश होगी कि ज्यादा से ज्यादा छात्र मतदान में हिस्सा लें। हर कॉलेज के लिए एक-एक वाट्सएप ग्रुप तैयार किया गया है। सोशल मीडिया पर भी प्रचार किया जा रहा है।

एनएसयूआइ ने छात्राओं के लिए अलग घोषणा पत्र किया जारी

दिल्ली विश्वविद्यालय (डूसू) चुनाव में छात्राओं के मुद्दों पर भी छात्र संगठन ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उनकी सुरक्षा समेत अन्य मुद्दों को नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) जोर-शोर से उठा रही है। उसने छात्राओं के लिए अलग से घोषणा पत्र भी जारी किया है। इससे पहले एनएसयूआइ ने 23 अगस्त को डूसू चुनाव का घोषणा पत्र जारी किया था।

गुरुवार को बाहरी दिल्ली की निरंकारी कॉलोनी में सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन किया गया था। इस मौके पर घोषणा पत्र जारी किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में डीयू के कॉलेजों के 500 छात्रों ने नृत्य, गायन और चित्र बनाने की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।

एनएसयूआइ के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने कहा कि संगठन ने आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया है। 32 कॉलेजों में सेनेटरी पैड की वेंडिंग मशीनें लगवाईं व सीसीटीवी कैमरे का टेंडर भी पास करवाया है। छात्राओं के लिए अलग से घोषणा पत्र भी जारी किया है। सेल्फ डिफेंस के लिए क्लास, हर कॉलेज में महिला स्वास्थ्य संबंधित परामर्श की व्यवस्था, छात्राओं के कौशल विकास और उद्यमिता पर विशेष सेमिनार को प्रमुखता दी गई है। इस मौके पर दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण वालिया, अमृता धवन और एनएसयूआइ की राष्ट्रीय प्रभारी रुचि गुप्ता मौजूद रहीं।

छात्रओं के लिए मुख्य वादे

-खेल में भाग लेने वाली छात्रओं के लिए प्रोटीन युक्त भोजन और फिजियोथेरेपिस्ट की व्यवस्था

-स्पेशल यूनिवर्सिटी बस

-बाहरी दिल्ली में स्थित महिला कॉलेजों में छात्रवास की व्यवस्था

-खेलों में अलग-अलग स्तर पर अपने संस्थान का नेतृत्व करने वाली छात्रओं के लिए अलग अंकों की व्यवस्था

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