जेवर एयरपोर्ट के लिए भाजपा विधायक ने की पहल, जमीन देने के लिए किसान भी हुए सहमत
जैसे ही धीरेंद्र सिंह ने किसानों को पूरी मदद करने का आश्वासन दिया तो किसान एयरपोर्ट के लिए जमीन देने पर सहमत हो गए।
By Edited By: Updated: Sun, 02 Sep 2018 07:49 PM (IST)
नोएडा [बृजेश सिंह तालान]। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की उम्मीद अब जगने लगी है। शनिवार को जेवर के भाजपा विधायक धीरेंद्र सिंह ने भी जमीन देने पर सहमति दे दी। शनिवार को विधायक की अपील पर अन्य किसान भी एयरपोर्ट के लिए जमीन देने पर सहमति देने को तैयार हो गए।
सहमत हो गए किसान जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने समर्थकों के साथ रोही गांव पहुंचे और प्रभावित गांवों के किसानों से वार्ता की। विधायक ने किसानों की हर समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया। इससे पहले किसान किसी जनप्रतिनिधि का सहारा न मिलने से परेशान थे और अपने को ठगा सा महसूस कर रहे थे। शनिवार को जैसे ही धीरेंद्र सिंह ने किसानों को पूरी मदद करने का आश्वासन दिया तो किसान एयरपोर्ट के लिए जमीन देने पर सहमत हो गए।
एयरपोर्ट ही नहीं रहेगा तो किस हक की लड़ाई लड़ी जाएगी
धीरेंद्र सिंह ने किसानों से कहा कि जब क्षेत्र में एयरपोर्ट ही नहीं रहेगा तो किस हक की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने किसानों को उनकी हर समस्या का समाधान सरकार से कराने का आश्वासन दिया। रोही गांव में प्रशासनिक अधिकारियों के बीच पहुंचकर धीरेंद्र सिंह ने रोही गांव स्थित अपनी ढाई बीघा जमीन पर सहमति दे दी। उसके बाद ग्राम प्रधान पति भगवान सिंह ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करते हुए ग्रामीणों को सहमति के लिए तैयार किया। उसके बाद विधायक का काफिला किशोरपुर, बनवारीवास आदि गांवों में पहुंचा, जहां विधायक ने गांव के लोगों से सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने की अपील की।दयोरार गांव के पास बसाया जा सकता है रोही गांव
रोही के ग्रामीणों की मांग पर विचार करने के बाद विधायक ने रोही गांव को नजदीक के गांव दयोरार के पास वनखंडी नामक स्थान पर बसाने के लिए प्रशासन से बात करने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने बताया कि दयोरार गांव के पास ही वनखंडी नामक स्थान पर ग्रामसभा की 60 बीघा जमीन है, जिस पर रोही गांव को बसाया जा सकता है।
सहमति पत्र पर हस्ताक्षरयहां यह भी बता दें कि प्राधिकरण और प्रशासन के प्रयास रंग लाने लगे हैं। शनिवार को 181 और किसानों ने अपनी 40 हेक्टेयर जमीन देने के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए। प्रशासन को अब तक 598 हेक्टेयर जमीन के लिए सहमति मिल चुकी है। किसानों की संख्या भी बढ़कर 1591 हो गई है। अब सिर्फ दो सौ हेक्टेयर के लिए और सहमति पत्र चाहिए। इसके बाद एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण शुरू हो जाएगा।
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