EXCLUSIVE: JNU की तरह DU में भी देश विरोधी गतिविधि, जांच में जुटी पुलिस
कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज के छात्र ने अफजल गुरू के समर्थन किया FB पोस्ट। कॉलेज की अनुशासन समिति व आंतरिक जांच समिति ने जांच के लिए मामला पुलिस को सौंपा।
By Amit SinghEdited By: Updated: Tue, 04 Sep 2018 07:53 AM (IST)
नई दिल्ली (अरविंद कुमार द्विवेदी)। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की तरह अब दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कॉलेज में भी माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। शेख सराय स्थित डीयू से संबद्ध कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज (सीवीएस) के एक छात्र पर, संसद हमले के दोषी अफजल गुरू के समर्थन में फेसबुक पर पोस्ट करने का आरोप लगा है। कॉलेज के ही एक छात्र द्वारा इस संबंध में की गई शिकायत को प्रिंसिपल ने पुलिस को जांच के लिए भेज दिया है। शिकायतकर्ता छात्र का कहना है कि आरोपित छात्र कॉलेज में राष्ट्रविरोधी बातें करके कैंपस का माहौल खराब करना चाहता है।
मूलरूप से कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाला ऐशल निसार दलाल सीवीएस में हिस्ट्री (इतिहास) ऑनर्स का छात्र है। कॉलेज की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) इकाई के एक छात्र ने 27 अगस्त को प्रिंसिपल इंद्रजीत डागर को लिखित शिकायत दी थी कि ऐशल अपने फेसबुक पेज पर राष्ट्रविरोधी बातें लिखता है। वह फांसी पर लटकाए जा चुके आतंकी अफजल गुरू को अपना भाई और शहीद कहता है। देश और भारतीय सेना को गाली देता है। भारतीय सैनिकों पर कश्मीर में महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाता है।
ऐशल कहता है कि कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है, बल्कि भारत ने कश्मीर पर कब्जा कर रखा है। वह कॉलेज में छात्रसंघ का चुनाव लड़ना चाहता है। ऐसे लोगों से कॉलेज व देश को खतरा है, इसलिए उस पर कार्रवाई की जाए। कॉलेज की अनुशासन समिति व आंतरिक जांच समिति ने 28 व 29 अगस्त को कई बैठकों के बाद मामला मालवीय नगर थाना पुलिस को सौंप दिया है। 30 अगस्त को पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कॉलेज सूत्रों ने बताया कि पुलिस आरोपित छात्र से कई बार पूछताछ कर चुकी है। हालांकि पुलिस ने इससे इन्कार किया है।
वहीं मामले में सीवीएस के प्रिंसिपल इंद्रजीत डागर ने कहा कि यह साइबर क्राइम का मामला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह मामला काफी संवेदनशील है, इसलिए मैं इससे अधिक कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। सीवीएस की गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन आरएनपी सिंह ने बताया कि जिन फेसबुक पोस्ट पर शिकायत की गई है, वह तीन-चार साल पुरानी हैं। पोस्ट देश विरोधी हैं। मामला पुलिस को सौंप दिया गया है। ऐशल ने बताया कि ये सभी पोस्ट उसने तब की थीं जब वह कश्मीर में रहता था। यह उसकी बचकानी हरकत है। उसने माफी भी मांगी है।
मामले में जागरण ने सीवीएस के आरोपित छात्र ऐशल निसार दलाल से भी बात की। उसका कहना है कि ये तीन-चार साल पुरानी पोस्ट हैं। तब मैं कश्मीर में ही स्कूल में पढ़ता था। मैंने कॉलेज के समक्ष अपना पक्ष रख दिया है कि यह मेरी बचकानी हरकत थी। ये सभी पोस्ट मैंने डिलीट भी कर दी हैं। 4 सितंबर को छात्रसंघ चुनाव के लिए नामांकन भरा जाना है। मैं नामांकन न भर सकूं, इसलिए यह शिकायत की गई है। अभी तक पुलिस ने मुझसे कोई पूछताछ नहीं की है।
इसके विपरीत ऐशल के खिलाफ शिकायत करने वाले छात्र का कहना है कि वह अब भी कॉलेज में इस तरह की बातें करता है। आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने पर भी उसने कॉलेज में छात्रों के सामने ऐसी बातें की थीं। वह कॉलेज का माहौल खराब करना चाहता है। उसने इस बारे में कभी भी अपनी गलती नहीं मानी। मैंने शिकायत के साथ उसकी पोस्ट का स्क्रीन शॉट भी दिया है।