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संगतों ने भाई घन्हैया जी संदेश यात्रा का किया भव्य स्वागत

हरियाणा के हिसार से शुरु हुई भाई घन्हैया जी की तीसरी अकाल पिआना शताब्दी को समर्पित 'भाई घन्हैया जी संदेश यात्रा' का मंगलवार को पूर्वी दिल्ली में आगमन हुआ। यात्रा में शामिल नगर कीर्तन का दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों व विभिन्न संगतों और सिख समुदाय के लोगों ने भव्य स्वागत किया। सिख पंथ द्वारा उनकी 300वीं बरसी मनाई जा रही है।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 04 Sep 2018 10:16 PM (IST)
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संगतों ने भाई घन्हैया जी संदेश यात्रा का किया भव्य स्वागत

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : हरियाणा के हिसार से शुरू हुई 'भाई घन्हैया जी संदेश यात्रा' का मंगलवार को पूर्वी दिल्ली में आगमन हुआ। भाई घन्हैया जी की तीसरी अकाल पिआना शताब्दी को समर्पित इस यात्रा में शामिल नगर कीर्तन का दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों व विभिन्न संगतों और सिख समुदाय के लोगों ने भव्य स्वागत किया। सिख पंथ द्वारा उनकी 300वीं बरसी मनाई जा रही है।

आनंद विहार में स्कूली बच्चों ने बैंड की धुन से यात्रा में शामिल लोगों का मनोबल बढ़ाया। यहां कमेटी सदस्य ज¨तद्र पाल ¨सह गोल्डी, भू¨पद्र ¨सह भूल्लर, एवं जसमेन ¨सह नोनी ने सेवापंथी अड्डणशाही सभा के अध्यक्ष महंत करमजीत ¨सह व अन्य महंत को सिरोपा देकर सम्मानित किया। यह यात्रा आनंद विहार, विवेक विहार, झिलमिल, कृष्णा नगर, झील, शकरपुर, बदरपुर, मथुरा रोड होते हुए फरीदाबाद चली गई। सड़कों पर खड़े लोगों ने यात्रा के दर्शन किए। इस दौरान लोगों ने फूलों की बारिश भी की। भाई घन्हैया जी की याद में जगह-जगह लंगर लगाए गए। बुधवार को फिर से कीर्तन वापस आएगा। यात्रा फरीदाबाद से तुगलकाबाद, गुरुद्वारा मोतीबाग साहिब होते हुई जेल रोड स्थित गुरुद्वारा छोटे साहिबजादे में रात्रि विश्राम करेगी। यहां दिल्ली कमेटी द्वारा नौजवानों को भाई घन्हैया जी के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए भाई घन्हैया जी ब्रिगेड का सदस्य बनाने की मुहिम वेबसाइट के जरिए चलाई जाएगी। पटपड़गंज में यात्रा के दौरान महंत करमजीत ¨सह ने कहा कि भाई घन्हैया जी को रेडक्रास सोसायटी का विचारधारक संस्थापक माना जाता है। गुरु गो¨बद ¨सह जी की तरफ से युद्ध के मैदान में लड़ रहे सिख सैनिकों को पानी पिलाने की जिम्मेदारी भाई घन्हैया जी पर थी। गुरु साहिब को सिखों ने शिकायत की कि भाई घन्हैया अपने सैनिकों के साथ ही दुश्मनों के सैनिकों को भी पानी पिलाते हैं। गुरु साहिब ने इसी बात पर भाई घन्हैया जी को मरहम की डिब्बी देते हुए कहा कि आप पानी पिलाने के साथ सभी के घावों पर मरहम भी लगाया करो। तभी से निष्काम सेवक के तौर पर भाई घन्हैया जी को याद किया जाता है।

वेस्ट गुरु अंगद नगर स्थित गुरुद्वारे के प्रधान कुलवंत ¨सह ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य यह है की सिख कौम भाई घन्हैया के द्वारा की गई सेवा को अपने जीवन में भी लाए। इस दौरान अवतार ¨सह, रुबी, जसवीर ¨सह, ज्ञानी दर्शन, जीपी ¨सह सहित कई लोग मौजूद रहे।

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