आपकी फसल पर मिट्टी की नमी का क्या होगा असर, अब बताएगा मौसम विभाग
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आइएआरआइ) पूसा के कृषि संभाग की मदद से मौसम विभाग पिछले 15 दिनों से इस सॉफ्टवेयर व सिस्टम का ट्रायल कर रहा है।
By JP YadavEdited By: Updated: Wed, 05 Sep 2018 08:06 AM (IST)
नई दिल्ली (संजीव गुप्ता)। अत्यधिक बारिश हो जाने या बहुत कम बारिश होने पर किस फसल पर क्या व कितना प्रभाव पड़ेगा? इसे लेकर अब किसानों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। कृषि सलाह के साथ देश भर के किसानों को अब मिट्टी की नमी का पूर्वानुमान भी मिलेगा। इसके लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) गांधीनगर के प्रो. विमल मिश्रा के साथ मिलकर सॉफ्टवेयर तैयार किया है।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आइएआरआइ) पूसा के कृषि संभाग की मदद से मौसम विभाग पिछले 15 दिनों से इस सॉफ्टवेयर व सिस्टम का ट्रायल कर रहा है। इसके परिणाम सकारात्मक रहे हैं। लिहाजा, विभाग ने इसी सप्ताह से दिल्ली-एनसीआर सहित देश के तमाम राज्यों के 640 जिलों के लिए मृदा की नमी का पूर्वानुमान जारी करने की तैयारी की है।इन जिलों को भेजने के साथ-साथ मौसम विभाग की वेबसाइट पर भी यह पूर्वानुमान उपलब्ध रहेगा और अगले चार-चार दिनों के लिए सप्ताह में दो बार जारी किया जाएगा। इसमें बताया जाएगा कि कितनी बारिश से मिट्टी में कितनी नमी मौजूद रहेगी और किस फसल पर उसका क्या असर रहेगा। यह भी बताया जाएगा कि इस नमी के चलते फसल को कैसे बचाएं एवं कैसे नियंत्रित सिंचाई कर पानी भी बचाएं।
डॉ. केजे रमेश (महानिदेशक, मौसम विज्ञान विभाग) के मुताबिक, हर मंगलवार और शुक्रवार को हम लोग कृषि सलाह तो जारी करते ही हैं, अब मृदा की नमी का पूर्वानुमान भी जारी किया जाएगा। ट्रायल सफल रहा है। अब इस पूर्वानुमान को स्थायी तौर पर जारी करने की व्यवस्था कर ली गई है।