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DU के शिक्षक आज रहेंगे हड़ताल पर, जानिये- क्यों हो रहा है त्रिपक्षीय करार का विरोध

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के अकादमिक परिषद के सदस्य प्रो. पंकज गर्ग ने कहा कि त्रिपक्षीय समझौते के अनुसार डीयू को यूजीसी से मिलने वाली अनुदान राशि को कम कर दिया जाएगा।

By Edited By: Updated: Thu, 27 Sep 2018 08:30 AM (IST)
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DU के शिक्षक आज रहेंगे हड़ताल पर, जानिये- क्यों हो रहा है त्रिपक्षीय करार का विरोध
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के शिक्षक बृहस्पतिवार को हड़ताल पर रहेंगे। शिक्षकों ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी), विश्वविद्यालय अनुदान समिति (यूजीसी) और डीयू के बीच त्रिपक्षीय करार के विरोध में हड़ताल की जा रही है। शिक्षकों का कहना है कि यह करार सार्वजनिक वित्त पोषित विश्वविद्यालयों पर हमला है।

इस त्रिपक्षीय समझौते के होने के बाद विश्वविद्यालय को संसाधन तलाशने होंगे। डीयू के अकादमिक परिषद के सदस्य प्रो. पंकज गर्ग ने कहा कि त्रिपक्षीय समझौते के अनुसार डीयू को यूजीसी से मिलने वाली अनुदान राशि को कम कर दिया जाएगा। इसकी जगह उच्च शिक्षा निधि एजेंसी (हेफा) से लोन के रूप में डीयू को फंड लेना होगा। यह एक तरह से डीयू जैसे सार्वजनिक वित्त पोषित विश्वविद्यालय पर सीधे हमला है।

उन्होंने कहा कि सामान्य वित्तीय नियम-2017 के तहत यह कानून है कि स्वायत्तता वाले संस्थानों को अपने फंड को बढ़ाने के लिए कई संसाधन तलाशने होते हैं। इससे कॉलेजों में सेल्फ फाइनेंस कोर्स शुरू किए जाएंगे। उनकी फीस कई गुना ज्यादा होगी। इससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चे विश्वविद्यालय में दाखिला लेने से वंचित रह जाएंगे।

कार्यकारी परिषद की बैठक का शिक्षक कर रहे विरोध
डीयू की कार्यकारी परिषद (इसी) की बैठक भी बृहस्पतिवार को होने जा रही है। जिसमें मुख्य एजेंडा में त्रिपक्षीय समझौते को लेकर भी सदस्यों के बीच बहस होगी। इसका भी कई शिक्षकों ने विरोध किया है।

डूटा नॉर्थ कैंपस में निकालेगा रैली
दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) की तरफ से शिक्षा के निजीकरण, त्रिपक्षीय समझौता, दस-दस सालों से शिक्षकों के प्रमोशन न होने के खिलाफ और तदर्थ शिक्षकों की नियुक्तियां न किए जाने के विरोध में नॉर्थ कैंपस में रैली निकालेंगे। साथ ही कुलपति प्रो. योगेश त्यागी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया जाएगा।

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