खतरे के निशान से ऊपर बह रही है यमुना, दिल्ली में बाढ़ की स्थिति नहीं, प्रशासन तैयार
दिल्ली में बाढ़ की स्थिति नहीं है, लेकिन हरियाणा से अगर पानी छोड़ा जाता रहा तो बाढ़ की स्थिति बन सकती है। जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने यमुना किनारे बसे लोगों को हटा दिया है।
By Edited By: Updated: Thu, 27 Sep 2018 12:17 PM (IST)
नई दिल्ली (जेएनएन)। भारी बारिश के चलते हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से यमुना में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इससे दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। फिलहाल, अभी दिल्ली में बाढ़ की स्थिति नहीं है, लेकिन हरियाणा से अगर पानी छोड़ा जाता रहा तो बाढ़ की स्थिति बन सकती है। जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने यमुना किनारे बसे लोगों को हटा दिया है।
205.79 मीटर पहुंच गया यमुना का जलस्तर
बुधवार सुबह 8 बजे बैराज से 27,331 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। दो घंटे बाद फिर 24758 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। दोपहर 3 बजे 25893 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे यमुना का जलस्तर 205.79 मीटर पहुंच गया। यमुना में चेतावनी का स्तर 204 मीटर है और खतरे के निशान का स्तर 204.83 मीटर है।
बुधवार सुबह 8 बजे बैराज से 27,331 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। दो घंटे बाद फिर 24758 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। दोपहर 3 बजे 25893 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे यमुना का जलस्तर 205.79 मीटर पहुंच गया। यमुना में चेतावनी का स्तर 204 मीटर है और खतरे के निशान का स्तर 204.83 मीटर है।
बाढ़ को लेकर कंट्रोल रूम बनाया गया
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के अनुमान के अनुसार बुधवार रात को यमुना का जलस्तर 205.87 तक पहुंच सकता है। बढ़ते जलस्तर पर पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की नजर है। पूर्वी जिलाधिकारी कार्यालय में सिंचाई विभाग ने बाढ़ को लेकर कंट्रोल रूम बनाया हुआ है, साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी दिए हुए हैं, ताकि कोई यमुना में फंस जाए तो वह विभाग को सूचित कर सकता है। संबंधित सरकारी विभागों को किया गया सतर्क
पूर्वी दिल्ली के अतिरिक्त जिलाधिकारी व सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के नोडल अफसर अजय कुमार ने जागरण को बताया कि प्रशासन ने सभी संबंधित सरकारी विभागों को सतर्क कर दिया है। उन्होंने कहा कि कई जगह राहत शिविर लगा दिए गए हैं और बाकी लगाए भी जा रहे हैं।
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के अनुमान के अनुसार बुधवार रात को यमुना का जलस्तर 205.87 तक पहुंच सकता है। बढ़ते जलस्तर पर पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की नजर है। पूर्वी जिलाधिकारी कार्यालय में सिंचाई विभाग ने बाढ़ को लेकर कंट्रोल रूम बनाया हुआ है, साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी दिए हुए हैं, ताकि कोई यमुना में फंस जाए तो वह विभाग को सूचित कर सकता है। संबंधित सरकारी विभागों को किया गया सतर्क
पूर्वी दिल्ली के अतिरिक्त जिलाधिकारी व सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के नोडल अफसर अजय कुमार ने जागरण को बताया कि प्रशासन ने सभी संबंधित सरकारी विभागों को सतर्क कर दिया है। उन्होंने कहा कि कई जगह राहत शिविर लगा दिए गए हैं और बाकी लगाए भी जा रहे हैं।
पूरी है प्रशासन की तैयारी
जामिया पुल से लेकर वजीराबाद तक सात प्वॉइंट पर मोटर बोट है, जहां जरूरत पड़ेगी वहां पर बोट भेजी जाएगी। प्रशासन के पास तैराक भी हैं। अगर कही पर किसी के डूबने की सूचना मिलेगी तो तैराकों को तुरंत बोट से मौके पर भेजा जाएगा।
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