जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर फेलो ऑफ नेशनल अकेडमी के लिए चुने गए
सियाचिन में तैनात सैनिकों में ब्लड क्लॉटिंग समस्या पर काम करने वाले जामिया के प्रो को फेलो ऑफ नेशलन अकेडमी के लिए चुना गया है।
By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 27 Sep 2018 12:59 PM (IST)
नई दिल्ली (जेएनएन)। सियाचिन में तैनात सैनिकों में ब्लड क्लॉटिंग समस्या पर काम करने वाले जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI) के प्रोफेसर को फेलो ऑफ नेशलन अकेडमी के लिए चुना गया है। सियाचिन सहित हिमालय पर्वत माला क्षेत्र में तैनात सैनिकों में होने वाली ब्लड क्लॉटिंग समस्या पर विशेष काम करने वाले यूनिवर्सिटी के नेचुरल साइंस फैकल्टी के बायोटेक्नोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. मुहम्मद ज़ाहिद अशरफ को देश की प्रतिष्ठित नेशनल अकेडमी ऑफ साइंसेज़ में शामिल किया गया है।
डॉ. ज़ाहिद अशरफ ने हाई ऐल्टिटूड थ्राम्बोसिस के क्षेत्र में बड़ा अनुसंधान करके सियाचिन जैसे अति उच्च स्थलों पर तैनात सैनिकों में ब्लड क्लॉटिंग की होने वाली आम समस्या के राज़ खोले हैं। इससे इस समस्या पर क़ाबू पाने में काफी सफलता मिली है।उन्होंने हिमालयी पर्वत श्रृंखला क्षेत्र में लोगों में ब्लड क्लॉटिंग की होने वाली परेशानी में प्लेटलैट प्रोटिओम की भूमिका पर खोज की है। उनके अनुसंधान ने पहली बार यह स्थापित किया कि हिमालयी क्षेत्र में तैनात कई जवानों की नसों में थ्राम्बोसिस किन कारणों से हो जाता है, जिसके चलते पैरों, दिमाग, फेफड़ों आदि में ब्लड क्लॉट हो जाते हैं।
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