रक्षा मंत्रालय से गोपनीय दस्तावेज लीक करने का आरोपी संजय भंडारी कहां है?
कुछ दिन पूर्व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा रॉबर्ट वाड्रा से भंडारी के तार जुड़े होने की बात बताने पर क्राइम ब्रांच एक बार फिर से सक्रिय हो गई है।
By Edited By: Updated: Fri, 28 Sep 2018 01:50 PM (IST)
नई दिल्ली (राकेश कुमार सिंह)। रक्षा मंत्रालय से गोपनीय दस्तावेज लीक करने के मामले में आरोपित आर्म्स डीलर संजय भंडारी दो साल बाद भी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की पहुंच से दूर है। 2016 में क्राइम ब्रांच ने संजय भंडारी व उसके सहयोगी अशोक शंकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। भंडारी पर आरोप था कि वह रक्षा मंत्रालय से गोपनीय दस्तावेज निकालकर उसके शर्तो के अनुरूप टेंडर भरता था, जिससे उसे आसानी से आर्म्स का ठेका मिल जाता था।
रक्षा मंत्रालय की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। अपने खिलाफ मुकदमा दर्ज होते ही वह दिल्ली छोड़कर भाग गया था। भंडारी के भगोड़ा घोषित होने के बाद क्राइम ब्रांच ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने का प्रयास किया था, मगर ठोस आधार नहीं बता पाने पर इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस आर्गनाइजेशन (इंटरपोल) ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया था।क्राइम ब्रांच को शक था कि भंडारी नेपाल के रास्ते लंदन भाग गया है। उसके विदेश भागने की आशंका के मद्देनजर क्राइम ब्रांच की जांच सुस्त पड़ गई थी, लेकिन कुछ दिन पूर्व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा रॉबर्ट वाड्रा से भंडारी के तार जुड़े होने की बात बताने पर क्राइम ब्रांच एक बार फिर से सक्रिय हो गई है।
सूत्रों का कहना है कि क्राइम ब्रांच ने डिफेंस कॉलोनी स्थित उसके घर पर छापा मारकर जो लैपटॉप, मोबाइल फोन, इलेक्ट्रानिक गैजेट्स व संवेदनशील दस्तावेज जब्त किए थे, फोरेंसिक साइंस लैब से अब तक उसकी रिपोर्ट नहीं आई है। इनमें कई दस्तावेज रक्षा मंत्रालय की गोपनीय बैठक से जुड़े थे। भविष्य के रक्षा सौदों से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी उसके घर से बरामद किए गए थे।
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