खेलो इंडिया के तहत 55 हजार गांवों में बनेंगे नए खेल मैदान, सरकार ने शुरू किया काम
युवा कल्याण विभाग ब्लॉक स्तर पर खेल मैदान व मंगल दल गठित करने की अहम जिम्मेदारी दी गई है। इन मैदानों में कबड्डी, रेसलिंग, वेट लिफ्टिंग समेत अन्य खेलों के मैदान शामिल हैं।
By Edited By: Updated: Fri, 28 Sep 2018 06:01 PM (IST)
नोएडा (रणजीत मिश्रा)। केंद्र सरकार की खेलो इंडिया योजना का लाभ गांवों तक पहुंचाने में प्रदेश सरकार ने धरातल पर काम शुरू कर दिया है। योजना के तहत प्रदेश के करीब 55 हजार गांवों में ब्लाक स्तर पर खेल के मैदान तैयार किए जाएंगे।
इस योजना से युवा कल्याण विभाग में फिर से जान फूंकी गई है। इन्हें ब्लॉक स्तर पर खेल मैदान व मंगल दल गठित करने की अहम जिम्मेदारी दी गई है। इन मैदानों में कबड्डी, रेसलिंग, वेट लिफ्टिंग समेत अन्य खेलों के मैदान शामिल हैं। इससे खिलाड़ियों की नई पौध तैयार करने में मदद मिलेगी। ये बातें बृहस्पतिवार को खेल एवं युवा कल्याण मंत्री चेतन चौहान ने ग्रेटर नोएडा के क्राउन प्लाजा होटल में कहीं।चेतन चौहान ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ग्रामीण स्तर पर खेल सुविधा मुहैया कराने का प्रयास कर रही है। इसमें केंद्र सरकार की खेलो इंडिया योजना की विशेष मदद ली जा रही है। इस योजना के मदद से 55 हजार गांवों को चिह्नित कर ब्लाक स्तर पर खेल के मैदान विकसित किए जाएंगे। इससे खिलाड़ियों की भावी पीढ़ी सुदृढ़ व सुशिक्षित होगी। खिलाड़ी पदक जीतने की दक्षता से लबरेज होंगे।
केंद्र सरकार को भेजें हैं चार प्रस्ताव
चेतन चौहान ने बताया कि प्रदेश सरकार ने खेलो इंडिया के तहत चार प्रमुख प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास भेजा है। इसमंल तहसील स्तर पर खेल मैदान के लिए तीन एकड़ से पांच एकड़ तक जमीन की उपलब्धता व खेल के मैदान विकसित करने का प्रस्ताव है।प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने के बाद ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम तैयार किए जाएंगे। इनमें आधुनिक सुविधाएं ग्रामीण स्तर के खिलाड़ियों को मिलेंगे। अच्छी खिलाड़ियों की पौध तैयार करने के लिए प्रशिक्षित कोच भी नियुक्त किए जाने की योजना है।
चेतन चौहान ने बताया कि प्रदेश सरकार ने खेलो इंडिया के तहत चार प्रमुख प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास भेजा है। इसमंल तहसील स्तर पर खेल मैदान के लिए तीन एकड़ से पांच एकड़ तक जमीन की उपलब्धता व खेल के मैदान विकसित करने का प्रस्ताव है।प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने के बाद ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम तैयार किए जाएंगे। इनमें आधुनिक सुविधाएं ग्रामीण स्तर के खिलाड़ियों को मिलेंगे। अच्छी खिलाड़ियों की पौध तैयार करने के लिए प्रशिक्षित कोच भी नियुक्त किए जाने की योजना है।