सिविल सर्विस की तैयारी कर रही युवती ने जहर खाकर दी जान, सुसाइड नोट बरामद
परिवार वाले और मित्र युवती को लगातार फोन कर रहे थे। शुरू के दो दिन तो मोबाइल पर कॉल जाती रही लेकिन बाद में मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा था।
नई दिल्ली (जेएनएन)। तिमारपुर इलाके में रहकर सिविल सर्विस की तैयारी कर रही 27 वर्षीय युवती ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में तीन बार प्रयास के बाद भी असफल रहने पर वह दुखी और अवसाद में थी। उसका शव शनिवार की सुबह कमरे से सड़ी गली हालत में बरामद हुआ। घटना स्थल से पुलिस को दो पेज का सुसाइड नोट मिला है। इसमें युवती ने लिखा है कि वह एक आइएएस अफसर बनना चाहती थी लेकिन असफल रही। इसलिए वह जान दे रही है। उसने मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है।
जारी है मामले की छानबीन
तिमारपुर थाना पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए सब्जी मंडी मोर्चरी में भेज मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मरने वाली युवती की पहचान शिल्पा ठाकुर उर्फ शिल्पू के रूप में हुई है। वह मॉल अपार्टमेट के सर्वेंट क्वार्टर में रहकर सिविल सर्विस की तैयारी कर रही थी। उसका परिवार शाहदरा के अशोक नगर में रहता है और पिता रामनरेश दुकान चलाते हैं। उनके परिवार में माता-पिता के अलावा दो भाई, दो बड़ी बहनें हैं। एक बहन सरकारी नौकरी करती हैं।
फ्लैट पर मिलने गई सहेली
पिछले चार दिनों से परिवार वाले और मित्र उसे लगातार फोन कर रहे थे। शुरू के दो दिन तो मोबाइल पर कॉल जाती रही लेकिन बाद में मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा था। शनिवार की सुबह करीब नौ बजे मंगोलपुरी निवासी सहेली उसके फ्लैट पर गई। उसने अंदर झांका तो देखा कि शिल्पा का शव जमीन पर पड़ा हुआ है। बाद में उसने घटना की जानकारी पुलिस को दी।
सुसाइड नोट बरामद
मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने पाया कि दो दिन पहले ही युवती की मौत हो चुकी है और शव से बदबू भी आ रही थी। उसने कोई जहरीला पदार्थ खाया था। वहीं, पुलिस को घटना स्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला। जिसमें युवती ने लिखा है कि वह आइएएस बनना चाहती थी। इसके लिए वह 18 घंटे पढ़ती थी। बावजूद इसके कुछ नहीं कर पाई। इस कारण से वह काफी तनाव में है और जीवन खत्म कर रही है। सुसाइड नोट की लिखावट की उसकी बहन ने पहचान कर ली है। फिलहाल, पुलिस युवती के परिजनों से पूछताछ कर रही है।