बाबा रामदेव पर लिखी किताब के प्रकाशन व बिक्री पर हाई कोर्ट ने लगाई रोक
बाबा रामदेव की तरफ से दायर याचिका में आपत्ति उठाई गई थी कि गॉडमैन टू टाइकून में उनसे जुड़ी अपमानजनक सामग्री है और इसके जरिये उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया गया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। योग गुरु बाबा रामदेव के जीवन पर लिखी गई पुस्तक 'गॉडमैन टू टाइकून' के प्रकाशन और बिक्री पर हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है। पुस्तक में आपत्तिजनक सामग्री होने के आधार पर इसके प्रकाशन व बिक्री पर रोक लगाने की मांग बाबा रामदेव ने की थी। न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के आधार पर किसी जीवित व्यक्ति की प्रतिष्ठा को दांव पर नहीं लगाया जा सकता। पीठ ने इस टिप्पणी के साथ किताब के प्रकाशन व बिक्री पर रोक लगा दी।
प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया गया
बाबा रामदेव की तरफ से दायर याचिका में आपत्ति उठाई गई थी कि 'गॉडमैन टू टाइकून' में उनसे जुड़ी अपमानजनक सामग्री है और इसके जरिये उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया गया है। अगस्त, 2017 में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने किताब के प्रकाशन व बिक्री पर रोक लगाई थी। वहीं 28 अप्रैल को अतिरिक्त वरिष्ठ सत्र न्यायाधीश ने प्रतिबंध को हटा दिया था। इस आदेश को बाबा रामदेव ने हाई कोर्ट में चुनौती दी थी।
छवि को खराब करने का आरोप
बता दें कि बाबा रामदेव के जीवन पर पत्रकार प्रियंका पाठक नारायण ने जुलाई, 2017 में यह किताब लिखी थी। इसमें दी गई जानकारियों को रामदेव समर्थकों ने गलत करार दिया था और उनकी छवि को खराब करने का आरोप लगाया था।