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सर्वे के नाम पर रिश्वत मांगना पड़ेगा भारी, दिल्ली सरकार का वाट्सएप नंबर है ना

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि राजधानी में सर्वे के नाम पर दिल्ली के व्यापारियों का शोषण नहीं होने दिया जाएगा।

By Edited By: Updated: Sat, 27 Oct 2018 08:05 AM (IST)
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सर्वे के नाम पर रिश्वत मांगना पड़ेगा भारी, दिल्ली सरकार का वाट्सएप नंबर है ना
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि सर्वे के नाम पर दिल्ली के व्यापारियों का शोषण नहीं होने दिया जाएगा। एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में शुक्रवार को व्यापारियों के साथ संवाद कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यदि कोई अधिकारी आपसे पैसे मागता है तो उसकी फोटो वाट्सएप कर दीजिए। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने अपना मोबाइल नंबर भी व्यापारियों के साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि कुछ अधिकारी व्यापारियों के यहा जाकर सर्वे करते हैं और त्योहारों के नाम पर पैसे मांगते हैं। मुझे नहीं पता की यह कितना सच है, लेकिन अगर कोई ऐसा कर रहा है तो उसकी जानकारी आप मुझे दीजिए।

विभाग को लिखित निर्देश दिया गया है कि दिवाली तक किसी व्यापारी के दफ्तर या दुकान पर सर्वे के लिए कोई अधिकारी नहीं जाएगा। इसका अर्थ यह नहीं है कि कोई टैक्स की चोरी करे। उन्होंने कहा कि अब सब कुछ ऑनलाइन हो गया है। आप अपनी जरूरी सूचनाएं ऑनलाइन भरें। ईमानदारी से टैक्स चुकाएं, आपको परेशान नहीं होने दिया जाएगा।

मनीष सिसोदिया ने ये भी कहा कि सूचना मिली है कि कुछ अधिकारी चुनाव के नाम पर चंदे के रूप में व्यापारियों से पैसे माग रहे हैं। हम घर-घर जाकर चुनाव के लिए 100-100 रुपये का चंदा इकट्ठा कर रहे हैं। अगर कोई अधिकारी आपसे ऐसा कुछ कहता है तो उसे एक भी रुपये मत दीजिए। उसका फोटो मुझे वाट्सएप कर दीजिए।

मनीष सिसोदिया ने कहा कि अप्रैल से लेकर अब तक 110 सर्वे किए गए, जिनमें केवल एक व्यापारी के यहा 72 लाख रुपये के टैक्स का मामला पाया गया। बाकी में बहुत छोटी-छोटी राशियों के मामले मिले। उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में नवंबर में टैक्स कलेक्शन का ग्रोथ रेट 13.29 फीसद और दिसंबर का 27 फीसद रहा था। व्यापारी वर्ग ईमानदारी से काम करें और टैक्स जमा कराएं।

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