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CBI निदेशक के PSO के खिलाफ दर्ज हो सकता है केस, IB ने NSA डोभाल से की मुलाकात

पुलिस में शिकायत देने के लिए आइबी कर रही है विचार। मुकदमा दर्ज होने पर हटा दिए जाएंगे सभी पुलिसकर्मी। सीबीआइ निदेशक के बाहर आइबी अधिकारियों की पिटाई का मामला।

By Amit SinghEdited By: Updated: Fri, 26 Oct 2018 10:27 PM (IST)
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CBI निदेशक के PSO के खिलाफ दर्ज हो सकता है केस, IB ने NSA डोभाल से की मुलाकात
नई दिल्ली, राकेश कुमार सिंह। देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी सीबीआइ के निदेशक आलोक कुमार वर्मा की सुरक्षा में तैनात निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) द्वारा इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) के अधिकारियों के साथ बदसुलूकी उन्हें भारी पड़ सकती है। ड्यूटी के दौरान आइबी अधिकारियों को बंधक बनाकर मारपीट करने के मामले को आइबी ने बेहद गंभीरता से लिया है।

शुक्रवार को इस संदर्भ में आइबी के वरिष्ठ अधिकारियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। आइबी इस संबंध में दिल्ली पुलिस को जल्द शिकायत दे सकती है। शिकायत मिलने पर पुलिस, आलोक कुमार वर्मा की सुरक्षा में तैनात दिल्ली पुलिस की सुरक्षा विंग के छह कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार भी कर सकती है। इसके अलावा सुरक्षा में तैनात सभी 15 पुलिसकर्मी बदले भी जा सकते हैं।

पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को वरिष्ठ अधिकारियों के बीच यह चर्चा होती रही कि परिचय देने के बावजूद आइबी अधिकारियों के साथ ऐसी बदसुलूकी क्यों हुई? इससे पहले ऐसा कभी देखने को नहीं मिला। लुटियंस जोन में कई प्रमुख लोग रहते हैं। उनकी सुरक्षा में दिल्ली पुलिस की सुरक्षा विंग के पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस की सुरक्षा विंग ने उन छह पुलिसकर्मियों की पहचान कर ली है, जिन्होंने आइबी अधिकारियों के साथ बदसुलूकी की थी।

नई दिल्ली का पूरा इलाका हाई सिक्योरिटी जोन में आता है। इस वजह से आइबी के अधिकारी दिन-रात यहां नियमित गश्त पर रहते हैं। गुरुवार सुबह भी आलोक वर्मा के आवास के आसपास आइबी के जूनियर व सहायक इंटेलिजेंस स्तर के चारों अधिकारी दो कारों से रूटीन गश्त पर थे। वर्मा की सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारियों (पीएसओ) ने सुबह 7.30 बजे आइबी अधिकारियों पर जासूसी करने का आरोप लगाते हुए न केवल मारपीट की बल्कि उनका कॉलर पकड़कर घसीटते हुए आवास के अंदर ले गए।

बताया जा रहा है कि जब पीएसओ को जासूसी का शक हुआ तो आइबी के चारों अधिकारियों ने अपनी पहचान तुरंत बता दी थी। इसके बावजूद पीएसओ ने बदसुलूकी की। बड़ा सवाल यह भी है कि परिचय उजागर हो जाने पर भी नई दिल्ली जिला पुलिस ने चारों आइबी अधिकारियों को छह घंटे तक हिरासत में क्यों रखा? पीएसओ ने चारों अधिकारियों के नाम, पद व उनके गोपनीय दस्तावेजों के बारे में मीडिया को जानकारी क्यों दी?

बिचौलिए ने एफआइआर रद करने के लिए हाई कोर्ट में दायर की याचिका

सीबीआइ के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ दर्ज हुए रिश्वत मामले में बिचौलिए की भूमिका निभाने के आरोपित मनोज प्रसाद ने शुक्रवार को हाई कोर्ट में याचिका दायर की। उसने अपने खिलाफ दर्ज एफआइआर रद करने की मांग की है।

अफसरों को छुट्टी पर भेजने के खिलाफ याचिका दायर

सीबीआइ के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेजने के आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। एक वकील की तरफ से दायर याचिका में कहा गया है कि छुट्टी पर भेजने का फैसला गैरकानूनी है। हाई कोर्ट की मुख्य पीठ ने याचिका पर कोई भी आदेश देने से इन्कार कर दिया है। मुख्य न्यायमूर्ति राजेंद्र मेनन और न्यायमूर्ति वीके राव की पीठ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में यह मामला चल रहा है। याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 14 नवंबर को सुनवाई की जाएगी।