ED प्रमुख करनैल सिंह का नहीं बढ़ा कार्यकाल, IRS अधिकारी संजय मिश्रा होंगे अंतरिम चीफ
संजय मिश्रा फ़िलहाल आयकर विभाग में कार्यरत हैं। नेशनल हेराल्ड जैसे कई बड़े केसों की जांच कर चुके हैं।
By TaniskEdited By: Updated: Sat, 27 Oct 2018 02:30 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय राजस्व सेवा (आइआरएस) के उत्तर प्रदेश कॉडर के अधिकारी संजय मिश्रा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अंतरिम चीफ बनाए जाएंगे। उनकी नियुक्ति तीन महीने या नए चीफ की नियुक्त तक के लिए की गई है।
ईडी के निदेशक करनैल सिंह शुक्रवार को रिटायर हो गए हैं। माना जा रहा था कि उन्हें अप्रैल-2019 तक एक और सेवा विस्तार मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। संजय मिश्रा फिलहाल आयकर विभाग में कार्यरत हैं। करनैल सिंह आइपीएस अधिकारी थे, जबकि उनसे पहले निदेशक पद पर काम कर चुके राजीव कटोच आइएएस थे। इस बार ईडी निदेशक का पद आइआरएस के पाले में चला गया है।
ईडी के निदेशक करनैल सिंह शुक्रवार को रिटायर हो गए हैं। माना जा रहा था कि उन्हें अप्रैल-2019 तक एक और सेवा विस्तार मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। संजय मिश्रा फिलहाल आयकर विभाग में कार्यरत हैं। करनैल सिंह आइपीएस अधिकारी थे, जबकि उनसे पहले निदेशक पद पर काम कर चुके राजीव कटोच आइएएस थे। इस बार ईडी निदेशक का पद आइआरएस के पाले में चला गया है।
आइआरएस के 1984 बैच के अधिकारी संजय मिश्रा ने अभी तक नेशनल हेराल्ड जैसे कई बड़े केसों की जांच की है। इस केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर आपराधिक हेराफेरी का मामला दर्ज है। इसके अलावा उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती के खिलाफ आय से अधिक संपति के मामले की जांच की थी। अभी वे एक बड़े मीडिया हाउस द्वारा टैक्स चोरी मामले की भी जांच कर रहे हैं। संजय मिश्रा को प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव नृपेंद्र मिश्रा का करीबी माना जाता है। इस साल जनवरी में उन्हें आयकर विभाग के जोन-4 में आयुक्त पद पर नियुक्ति की गई थी। उनके नियुक्ति आदेशों पर वित्त मंत्री अरूण जेटली के हस्ताक्षर थे।
सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार निवर्तमान डायरेक्टर करनैल सिंह को छह माह का सेवा विस्तार देना चाहती थी, लेकिन पूर्व आइआरएस अफ़सर उदय बाबू खलवाडेकर ने उनके सेवा विस्तार काल को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। चूंकि वे पहले से ही सेवा विस्तार पर चल रहे थे, इसलिए अब सरकार ने उनके मामले में कदम आगे बढ़ाना उचित नहीं समझा। गौरतलब है कि करनैल सिंह अगस्त 2017 में रिटायर हो गए थे, लेकिन उन्हें दो साल का सेवा विस्तार दिया गया था। हालांकि उनका यह सेवा विस्तार सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार अक्टूबर, 2016 से प्रभावी माना गया था। संजय मिश्रा, भाजपा और आरएसएस दोनों की पसंद बताए जा रहे हैं। पीएमओ ने अनौपचारिक तौर से उनकी नियुक्ति पर मुहर लगा दी है।