पुलिस ने बंद कराई दिल्ली की वर्षों पुरानी पटाखा मार्केट, थोक व फुटकर कारोबारा ठप
दुकानदारों के लिए ग्रीन पटाखे पहेली बने हुए हैं। जामा मस्जिद के एक दुकानदार ने कहा कि इससे पहले उन लोगों ने ग्रीन पटाखे का नाम नहीं सुना था। पटाखा निर्माता भी हैं अनजान।
By Edited By: Updated: Sun, 28 Oct 2018 01:02 PM (IST)
नई दिल्ली, नेमिष हेमंत। पटाखों संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू कराने के लिए दिल्ली पुलिस ने कमर कस ली है। एक दिन की चेतावनी के बाद शनिवार को जामा मस्जिद के पटाखों के थोक बाजार को बंद करा दिया गया है।
इसके पहले शुक्रवार को ही जामा मस्जिद थाने में हुई एक बैठक में दुकानदारों को दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों ने दो टूक कह दिया था कि वे सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार 'ग्रीन' पटाखे बेचें या सीलिंग के लिए तैयार रहें। शनिवार को पाईवालान के नौ थोक दुकानों के अलावा रेहड़ी पर भी पटाखे नहीं बिक रहे थे।दुकानदार और कर्मचारी बाहर बैठे हुए थे। इस कारण पटाखा खरीदने आए लोगों को निराशा हाथ लगी। शुक्रवार तक सुप्रीम कोर्ट द्वारा पटाखों को फोड़ने और बिक्री पर मंजूरी के बाद इस बाजार में खरीदारों की काफी भीड़ थी।
पटाखा कारोबारी के भविष्य पर संकट
दो सालों से प्रतिबंध की मार झेल रहे दिल्ली के पटाखा कारोबारियों के भविष्य पर संकट के बादल फिर से गहरा गए हैं। इस वर्ष पटाखों की बिक्री की अनुमति मिली है, लेकिन 'ग्रीन' पटाखों की बिक्री के साथ। दुकानदारों को ग्रीन पटाखे ही बेचने होंगे। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने अस्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन भी मंगाना शुरू कर दिया है। वहीं, 100 से अधिक नियमित पटाखा विक्रेताओं को स्पष्ट कह दिया गया है कि वे केवल ग्रीन पटाखे ही बेचें। ग्रीन पटाखा बनी पहेली
दुकानदारों के लिए ग्रीन पटाखे पहेली बने हुए हैं। जामा मस्जिद के एक दुकानदार के मुताबिक इसके पहले उन लोगों ने ग्रीन पटाखे का नाम नहीं सुना था। इस बारे में शिवकाशी के थोक पटाखा निर्माताओं से भी संपर्क साधा था। उन्होंने भी ग्रीन पटाखों की जानकारी होने से इन्कार कर दिया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।दो सालों से प्रतिबंध की मार झेल रहे दिल्ली के पटाखा कारोबारियों के भविष्य पर संकट के बादल फिर से गहरा गए हैं। इस वर्ष पटाखों की बिक्री की अनुमति मिली है, लेकिन 'ग्रीन' पटाखों की बिक्री के साथ। दुकानदारों को ग्रीन पटाखे ही बेचने होंगे। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने अस्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन भी मंगाना शुरू कर दिया है। वहीं, 100 से अधिक नियमित पटाखा विक्रेताओं को स्पष्ट कह दिया गया है कि वे केवल ग्रीन पटाखे ही बेचें। ग्रीन पटाखा बनी पहेली
दुकानदारों के लिए ग्रीन पटाखे पहेली बने हुए हैं। जामा मस्जिद के एक दुकानदार के मुताबिक इसके पहले उन लोगों ने ग्रीन पटाखे का नाम नहीं सुना था। इस बारे में शिवकाशी के थोक पटाखा निर्माताओं से भी संपर्क साधा था। उन्होंने भी ग्रीन पटाखों की जानकारी होने से इन्कार कर दिया है।