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लाइफस्टाइल: स्मॉग का प्रभाव, इनडोर कसरत व योग को तरजीह दे रहे हैं लोग

वातावरण में प्रदूषण को देखते हुए लोग या तो घरों के अंदर एक्सरसाइज व योग को प्राथमिकता दे रहे हैं या फिर से जिम का सहारा ले रहे हैं।

By Edited By: Updated: Wed, 31 Oct 2018 10:41 PM (IST)
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लाइफस्टाइल: स्मॉग का प्रभाव, इनडोर कसरत व योग को तरजीह दे रहे हैं लोग

गुरुग्राम, प्रियंका दुबे मेहता। दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा में घुले प्रदूषण से बनी स्मॉग की चादर ने फिटनेस फ्रीक्स के हौसले पस्त कर दिए हैं। ऐसे में पार्कों में बने जिम और वॉकिंग ट्रैक्स से लोगों की उपस्थिति घटने लगी है। फिटनेस प्रेमियों ने अब अपनी दौड़ जिम व इनडोर एक्सरसाइज तक सीमित कर दी है। लोग अब एयर प्यूरिफायर आदि लगाकर घरों या जिम में ही व्यायाम कर रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी इस दौरान बाहर व्यायाम न करने की सलाह दे रहे हैं।

शुद्ध हवा से लैस हो रहे हैं जिम
वातावरण में प्रदूषण को देखते हुए लोग या तो घरों के अंदर एक्सरसाइज व योग को प्राथमिकता दे रहे हैं या फिर से जिम का सहारा ले रहे हैं। फिटनेस एक्सपर्ट आरती सोनी का कहना है कि इस मौसम में बाहर किया गया व्यायाम लोगों को बीमार बना रहा है। ऐसे में लोगों को बंद स्थानों पर कसरत करनी चाहिए लेकिन यह जरूरी नहीं कि घरों या जिम के अंदर भी वायु शुद्ध हो। इस समस्या से निपटने व लोगों को तसल्ली देने के लिए अब जिम में एयर प्यूरिफायर लगाए जा रहे हैं।

पार्कों में बने जिम से विमुख हो रहे हैं लोग
अब पार्कों व सुबह सवेरे सड़कों पर लगने वाली रौनक कम हो गई है। जिन पार्कों में जिमिंग उपकरण लगाए गए हैं वहां भी लोग नहीं पहुंच रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर में अब आउटडोर कसरत करने वालों की संख्या कम होती जा रही है व जिम फिर से गुलजार हो रहे हैं। जिम संचालक कबीर सिन्हा के मुताबिक अब बाहर की आबोहवा ऐसी नहीं रही कि वहां पर योग या प्राणायाम किया जा सके। ऐसे में लोग फिर से जिम का रुख कर रहे हैं।

इस कसरत का कोई फायदा नहीं
तत्वन ई-क्लीनिक्स के डॉ. संजय स्वरूप का कहना है कि कसरत व योग में सांसों का बड़ा अहम रोल होता है। फेफड़ों से लेकर पूरे शरीर में शुद्ध हवा का संचार किया जाता है लेकिन जब बाहर हवा ही शुद्ध नहीं रही तो इस कसरत का कोई फायदा नहीं है। ऐसे में घरों या फिर जिम के अंदर ही योग या अन्य तरह की कसरत करनी चाहिए। अब लोग फिर से जिम की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। इस तरह के प्रदूषण में कसरत करने से लोगों को गंभीर बीमारियां झेलनी पड़ती हैं ऐसे में हर स्तर पर सावधानी की जरूरत है।

वातावरण में शुद्ध ऑक्सीजन का होना जरूरी
फिटनेस एक्सपर्ट मनु कालरा का कहना है कि फिट रहने के लिए वातावरण में शुद्ध ऑक्सीजन का होना बहुत जरूरी है लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो कसरत का कोई खास फायदा नहीं होता। हम लोग रनिंग व प्रकृति के करीब जाकर व्यायाम को चुन रहे थे लेकिन प्रदूषण ने फिर से उन्हें कमरों में कैद होकर व्यायाम करने पर मजबूर कर दिया है। एक बार फिर से इनडोर फिटनेस ट्रेनिंग का ट्रेंड बढ़ गया है। 

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