Move to Jagran APP

संशोधित: एस्ट्रो फोटोग्राफी व एस्ट्रोनामी साइंस प्रदर्शनी में छात्रों ने किए ब्रह्माड के दर्शन

दैनिक जागरण के प्रयासों से राष्ट्रीय राजधानी में एक अभिनव फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। जो ब्रह्माड के असंख्य रहस्यों और अद्भुत नजारों को समेटे हुए है। 'ब्रह्माड दर्शन: एस्ट्रो फोटोग्राफी एंड एस्ट्रोनामी साइंस' नाम से आयोजित प्रदर्शनी में 1

By JagranEdited By: Updated: Wed, 31 Oct 2018 10:36 PM (IST)
Hero Image
संशोधित: एस्ट्रो फोटोग्राफी व एस्ट्रोनामी साइंस प्रदर्शनी में छात्रों ने किए ब्रह्माड के दर्शन

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: दैनिक जागरण के प्रयासों से राष्ट्रीय राजधानी में एक अभिनव फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। जो ब्रह्माड के असंख्य रहस्यों और अद्भुत नजारों को समेटे हुए है। 'ब्रह्माड दर्शन: एस्ट्रो फोटोग्राफी एंड एस्ट्रोनामी साइंस' नाम से आयोजित प्रदर्शनी में 18 फोटोग्राफरों की 150 तस्वीरें लगाई गई हैं, जिसमें आकाश में हर पल घटती घटनाओं को कैमरे में कैद किया गया है। एस्ट्रो फोटोग्राफी प्रदर्शनी का इस तरह का देश में पहला प्रयोग है। इनमें मिल्की वे, स्टार ट्रेल, उल्कापात, डीप स्काई, नेब्यूला व गैलक्सी अर्थ टू स्काई की तस्वीरें हैं। पहले दिन दिल्ली और उत्तराखंड के स्कूलों से आए सैकड़ों बच्चे तस्वीरों के माध्यम से आकाश के अद्भुत नजारों को देखकर रोमांचित नजर आए। प्रदर्शनी का बुधवार को उद्घाटन मुख्य अतिथि नेहरू प्लेनेटेरियम की निदेशक डॉ. एन रत्नाश्री व विशिष्ट अतिथि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के महापौर नरेंद्र चावला ने किया। इस मौके पर खगोल विज्ञान के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. आरसी कपूर, आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एसबी पाडे, विज्ञान प्रसार और नोएडा के वैज्ञानिक निमिष कपूर मौजूद रहे।

इस अवसर पर 'एस्ट्रो टूरिज्म इन कुमाऊं हिमालया' पुस्तक का विमोचन किया गया, जिसमें खगोल विज्ञान में कैरियर, फोटोग्राफरों के साथ एस्ट्रो टूरिज्म की संभावनाओं पर प्रकाश डाला गया है। डॉ. एन रत्नाश्री ने चिंता जताते हुए कहा कि रोशनी और प्रदूषण से दिल्ली में स्वच्छ आकाश नहीं दिखता है, ऐसे में छात्र इसके लिए तारामंडल का रुख कर सकते हैं। नरेंद्र चावला ने प्रदर्शनी को अद्भुत बताते हुए कहा कि वह नगर निगम के छात्रों को यह प्रदर्शनी दिखाने की व्यवस्था करेंगे। इस प्रदर्शनी के माध्यम से बच्चों में खगोल विज्ञान के बारे में रुचि बढ़ेगी। प्रो. आरसी कपूर ने कहा कि देश में कई मंदिरों और ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण खगोलीय गणनाओं के आधार पर किया गया है। इसलिए जब छात्र पर्यटन के लिए कहीं जाएं तो इस नजरिये से भी उन्हें देखे। डॉ. एसबी पाडे ने कहा कि एस्ट्रो फोटोग्राफी के कैरियर में अपार संभावनाएं हैं। कई एमेच्योर स्ट्रानॉमर्स ने एस्ट्रो फोटोग्राफी में काम किए हैं। अगर इसमें नए लोग आते हैं तो आकाश के बारे में नई बातें पता चल सकती हैं। इस मौके पर नैनीताल के पार्वती प्रेमा जगाती के छात्रों ने आर्यभट्ट के जीवन और उनके आविष्कार पर नाट्य मंचन किया।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।